अयोध्या : खोदाई के चलते पावर कार्पोरेशन को दस लाख से अधिक की चोट

अमृत विचार, अयोध्या । रामपथ निर्माण और अयोध्या-आजमगढ़ बसखारी रोड का चौड़ीकरण आम जनमानस को ही नहीं पावर कार्पोरेशन को भी भारी पड़ रहा है। इसे लेकर हो रही जगह-जगह खोदाई के कारण अंडरग्राउंड पावर केबिल कटने से पावर कार्पोरेशन को अब तक दस लाख से अधिक की चोट पहुंच चुकी है।
माना जा रहा है यदि यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में यह धनराशि एक करोड़ तक पहुंच सकती है। हालांकि पावर कार्पोरेशन ने कार्यदायी एजेंसियों से कोई क्लेम नहीं किया है लेकिन विभाग इसे सूचीबद्ध जरुर कर रहा है। पावर कार्पोरेशन से मिली जानकारी के अनुसार बीते दो महीने के दौरान करीब 12 स्थानों पर अब तक अंडरग्राउंड पावर केबल कट चुकी है। जिसकी मरम्मत और अन्य संसाधनों के इस्तेमाल करने के नाम पर पावर कार्पोरेशन के खजाने से दस लाख से अधिक रूपये की धनराशि खर्च हो चुकी है। पावर कार्पोरेशन के अधिकारियों का मानना है कि अभी और संकट आयेगा।
चौक उपकेन्द्र के अवर अभियंता नरेश जायसवाल ने शुक्रवार को बताया कि विघुत उपकेंद्र से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में पांच स्थानों पर अब तक अंडरग्राउंड केबिल कटी है। उन्होंने बताया कि अकेले धारा रोड पर बीते दिनों कटी अंडरग्राउंड केबिल की मरम्मत पर करीब 80 हजार रुपये खर्च हुए हैं। इसमें लखनऊ से मंगाई गई फाल्ट लोकेटर मशीन का खर्च शामिल नहीं है। उन्होंने बताया कि धारा रोड, बिग बाजार देवकाली रोड, कोहेनूर पैलेस के पास दो स्थानों पर, देवकाली चौराहे और साहबगंज में अंडरग्राउंड केबिल कटने की घटनाएं हो चुकीं हैं।
अमानीगंज विघुत उपकेंद्र के अवर अभियंता आनंद पांडेय ने बताया कि खोदाई से रोजाना दुर्दशा हो रही है। उन्होंने बताया कि अमानीगंज उप केंद्र क्षेत्र में उदया चौराहा, आईटीआई, उप केंद्र के निकट, साहबगंज पुलिस चौकी के निकट अंडरग्राउंड केबल कट चुकी है। जिनमें से प्रत्येक की मरम्मत पर 65 से 70 हजार रुपये की धनराशि व्यय की गई है। श्रम और समय दोनों लगा सो अलग जनता को भी परेशानी हुई।
कौशलपुरी विघुत उपकेंद्र के अवर अभियंता वाई के द्विवेदी ने बताया कि उनके क्षेत्र में रायबरेली बाईपास और नाका ओवरब्रिज के नीचे केबिल कटने की घटनाएं हुईं हैं। बसखारी रोड चौड़ीकरण के कारण लालबाग विघुत उपकेंद्र क्षेत्र में केबल तो नहीं कटी लेकिन हाईटेंशन लाइन दो बार क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
एक अंडरग्राउंड केबिल की मरम्मत पर औसतन खर्च होते हैं 70 हजार
विभाग के अवर अभियंताओं से मिली जानकारी के अनुसार एक अंडरग्राउंड केबिल की मरम्मत पर औसतन 65 से 70 हजार रुपये खर्च होतें है। अब तक 12 स्थानों पर केबिल कटने की घटनाएं हुईं हैं जिसके चलते 70 हजार रुपये के हिसाब से कुल धनराशि करीब 8 लाख 40 हजार आई है। हालांकि इसमें अन्य खर्च नहीं शामिल हैं। जिसमें संसाधन, मजदूरी, उपकरण आदि शामिल हैं। एक अनुमान के अनुसार करीब दस लाख की चपत पावर कार्पोरेशन को लग चुकी है।
क्षतिग्रस्त होने वाले अंडरग्राउंड केबिल को लेकर व्यय का कोई आंकलन नहीं तैयार किया गया है। संबधित अवर अभियंता से रिपोर्ट ली जायेगी कहां कितना खर्च हुआ। कार्यदायी एजेंसियों को अभी तो नहीं हां आगे जरुर प्रतिकर के लिए लिखा-पढ़ी की जाएगी।
- प्रदीप कुमार वर्मा, अधिशासी अभियन्ता, विघुत वितरण खंड प्रथम, अयोध्या
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