रामपुर : किसानों की जमीनों से जुड़े मामलों में कोर्ट में पेश हुए आजम, अदीब आजम और नसीर खां के जमानती वारंट हुए वापस

रामपुर, अमृत विचार। किसानों की जमीनें कब्जाने के मामले में बुधवार को पूर्व मंत्री आजम खां एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। जबकि अदीब आजम और चमरौआ विधायक नसीर खां के एक-एक मामले में जमानती वारंट वापस हुए। कोर्ट में पेश होने के बाद आजम खां अपने घर के लिए रवाना हो गए।
बताते चलें कि आजम खां ने सपा शासनकाल में जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कराया था। जिसमें आसपास के किसानों की जमीनें कब्जाने का आरोप लगा था। सूबे में आई भाजपा सरकार ने आजम खां पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। इस मामले में किसानों ने अधिकारियों से शिकायत की थी। जिसके बाद जांच में मामला सही पाए जाने पर आजम खां चमरौआ विधायक सहित काफी लोगों पर मुकदमें दर्ज हुए थे। पुलिस ने विवचेना के बाद चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी।अदीब आजम और नसीर खां के एक एक मामले में जमानती वारंट (बीडब्ल्यू ) जारी हुए थे। बुधवार को आजम खां कोर्ट में पेश हुए।
अब्दुल्ला के दो पासपोर्ट मामले में पूरी नहीं हो सकी जिरह
अब्दुल्ला आजम के पासपोर्ट मामले में विवेचक लखपत सिंह बुधवार को कोर्ट पहुंचे ,लेकिन उनसे जिरह पूरी नहीं हो सकी। अब इस मामले में 30 मई को सुनवाई होनी है। सपा नेता आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम पर दो पासपोर्ट बनवाने का आरोप लगाते हुए शहर विधायक आकाश सक्सेना ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें अकेले अब्दुल्ला आजम आरोपी हैं। इस मामले में पुलिस ने विवेचना के बाद चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। जिसकी सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है। बुधवार को विवेचक लखपत सिंह कोर्ट पहुंचे। कोर्ट में उनकी गवाही पूरी हो गई है लेकिन, जिरह पूरी नहीं हो सकी। एपीओ अमरनाथ तिवारी ने बताया कि विवचेक की जिरह पूरी नहीं हो सकी है। अब इस मामले में 30 मई को सुनवाई होगी।
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