अमेठी : हाईटेक पुलिस से बेहतर हैं मुखबिर के तार, अपराधियों की गिरफ्तारी में मुखबिरों का रहता है अहम रोल

अमेठी : हाईटेक पुलिस से बेहतर हैं मुखबिर के तार, अपराधियों की गिरफ्तारी में मुखबिरों का रहता है अहम रोल

अमृत विचार, अमेठी । सरकार पुलिस विभाग को हाईटेक करने में कोई गुरेज नहीं कर रही है। छोटी से छोटी घटना व छोटे अपराधी से लेकर बड़े अपराधियों पर निगाह रखने के लिये सरकार ने हर चैनल बनाये हैं। थानों को हाईटेक कर दिया है। लेकिन अमेठी पुलिस से बेहतर यहां के मुखबिर हैं। जिन्हें बिना किसी तकनीकी यंत्र के ही अपराधियों की लोकेशन व उनके वांछित होने की सूचना हर समय उपलब्ध होती है। जिन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस हलकान रहती है। उसे उनके मुखबिर बिना किसी तकनीकी यंत्र के उनका लोकेशन बता देते हैं। यह हम नहीं अमेठी पुलिस द्वारा जारी की जा रही प्रेस विज्ञप्ति बोल रही है।

अमेठी पुलिस अपने हर एक गुडवर्क में मुखबिर का जरूर जिक्र करती है। हां पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक अमेठी पुलिस को मुखबिर तभी सूचना देता है जब थाने का दरोगा अपने हमराहियों के साथ संदिग्धों व वांछित अभियुक्तों की तलाश में वाहन चेकिंग लगाए होते हैं। मानों अपराधी भी पुलिस द्वारा लगाए गए वाहन चेकिंग के दौरान ही किसी तिराहे, चौराहे या फिर नहर की पुलिया के पास पर घूमते रहते हैं और उन पर उसी समय मुखबिर की नजर पड़ जाती है। फिर क्या इसकी सूचना मुखबिर उन्हीं दरोगा को देता है जिसकी ड्यूटी वाहन चेकिंग, संदिग्ध की पहचान, वस्तु की तलाश में घूम रहे अपराधी के इर्द गिर्द ही लगी होती है। मानों जैसे मुखबिर को दरोगाओं के ड्यूटी का चार्ट दे दिया जाता हो। खैर यह सब छोड़िए हाईटेक हुए अपराधी भी अब अमेठी में छोटी से लेकर बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के लिए मात्र एक देशी तमंचा व दो जिंदा कारतूस लेकर निकलते है।

पिछले एक सप्ताह में हुए खुलासे पर एक नजर

केस एक - चार मई को पीपरपुर थानाध्यक्ष संदीप कुमार राय अपने हमराहियों के साथ देखभाल चेकिंग के दौरान ही उन्हें मुखबिर से सूचना मिलती है कि आदर्श श्रीवास्तव व उसका साथी सैफ अली उर्फ सैफू अवैध तमंचे के साथ खड़े हैं, पुलिस वहां पहुंचती है और दोनों अभियुक्तों के पास से एक देशी तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद कर लेती है।

केस दो - 16 मई को कोतवाली जायस के उपनिरीक्षक शत्राजीत को मुखबिर से सूचना मिलती है कि जिला बदर अपराधी निवासी कस्बा मोहल्ला छोटा गोरियाना सलमान पुत्र रईस कस्बे में घूम रहा हैं, बस पुलिस पहुंचती है और गिरफ्तार कर लेती है।

केस तीन -18 मई को थाना जगदीशपुर के एसआई संजय सिंह को मुखबिर से सूचना मिलती है कि खैरातपुर मोड़ नहर पुलिया के पास जीशान पुत्र ताज मोहम्मद स्मैक के साथ खड़ा हैं, बस दरोगा साहब पहुंचते है और जीशान को गिरफ्तार कर थाने में ले जाने पर उसके पास से 160 ग्राम स्मैक बरामद कर लेते हैं।

केस चार - 18 मई को संग्रामपुर के चौकी इंचार्ज तनुज पाल को भी मुखबिर से सूचना मिलती है कि बालीपुर स्थित नहर पुलिया के पास दो युवक अवैध तमंचे के साथ खड़े हैं, बस पुलिस मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचती है और वहां मौजूद इशरार उर्फ मुन्ना व उसके साथी के पास से दो तमंचा के साथ तीन कारतूस बरामद कर लेती है।

केस पांच - 18 मई को ही इन्हौना के उपनिरीक्षक राम गोपाल यादव को भी मुखबिर सूचना देता है कि शराब की दूकान शिवगढ़ के पास एक व्यक्ति गांजे के साथ खड़ा है और पुलिस वहां पहुंचती है फिर क्या नौशाद पुत्र हासिम के पास से 700 ग्राम गांजा बरामद कर लेती है।

केस छह - गौरीगंज थाना क्षेत्र के गुडूर गांव में 17 मई को हुए भाई-भाई के विवाद में छोटे भाई की मौत हो गई थी, पुलिस दो दिन से हत्यारे भाई को गिरफ्तारी करने के लाख प्रयास किये थे लेकिन उनके हांथ निराशा ही लगी थी। लेकिन शुक्रवार की सुबह प्रभारी निरीक्षक अखण्ड देव मिश्रा को पुलिस के मुखबिर से सूचना मिलती है कि अपने भाई का हत्यारा टिकरिया में शराब की दुकान के पास खड़ा है। बस पुलिस पहुंचती है और हत्यारे शिवनायक सिंह को गिरफ्तार कर लेती है।

ये भी पढ़ें - प्रयागराज : शिक्षकों की नियुक्ति के मुकदमे में शुआट्स अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने लगायी रोक