काशीपुर: प्रधानाचार्य ने लगाया चार लोगों के खिलाफ बीस लाख रुपये रंगदारी मांगने का आरोप

काशीपुर, अमृत विचार। गोविंद बल्लभ पंत इंटरमीडिएट कॉलेज की प्रबंध समिति द्वारा हटाए गए प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने प्रबंध समिति अध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ बीस लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में अजय शंकर कौशिक ने बताया कि वह 17 अप्रैल 2014 से पंडित गोविन्द बल्लभ पंत इंटर कॉलेज काशीपुर में प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्त हैं। उनकी नियुक्ति शिक्षा विभाग द्वारा की गई है। विद्यालय में प्रबंध समिति की अध्यक्ष विमला गुड़िया, प्रबंधक डॉ. सतीश कुमार शर्मा व अन्य कमेटी के सदस्य हैं। 27 जनवरी 2023 को मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा कॉलेज की प्रबंध कार्यकारिणी की चुनाव की अनुमोदित सूची मांगी गई थी।
जिसकी सूचना उन्होंने प्रबंधक को दी थी, जिस पर उन्होंने सूची का मामला खुद लेने को कहा। जिस पर उन्होंने सूची देना जरूरी बताते हुए वेतन नहीं मिलने की बात भी बताई। आरोप है कि षड्यंत्र के तहत पीड़ित के खिलाफ रजिस्टर गायब करने का एक झूठा प्रार्थना पत्र कोतवाली में दे दिया। जबकि रजिस्टर की एक प्रति कॉलेज की एक प्रवक्ता के पास थी। उसके बाद उनके प्रधानाचार्य के कमरे को गलत तरीके के सील कर दिया गया और उनका कॉलेज में प्रवेश बंद कर दिया गया। वहीं कॉलेज जाने पर उनके साथ अभद्रता और मारपीट भी की गई।
20 फरवरी 2023 को अपर निदेशक माध्यमिक कुमाऊं मंडल नैनीताल द्वारा कॉलेज की प्रबंध कारिणी को वर्ष 2021 में चुनाव न कराए जाने के कारण भंग कर दिया गया है और बीईओ को कॉलेज का प्रबंध संचालक नियुक्त कर दिया गया। जिसके बाद 27 फरवरी 2023 को प्रबंध संचालक ने उन्हें प्रधानाचार्य को चार्ज ग्रहण करने के आदेश दिए। लेकिन भंग प्रबंध कार्यकारिणी के कुछ लोगों द्वारा उन्हें विद्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
अजय शंकर कौशिक ने आरोप लगाया कि नीरज कुमार, दीपिका आत्रे, डॉ. सतीश कुमार शर्मा व एक अन्य व्यक्ति द्वारा धमकाकर बीस लाख रुपये की रंगदारी की मांग की जा रही है और झूठे केस में मुकदमा दर्ज कराने व धमकी दी। उधर, अजय शंकर कौशिक के आरोपों को लेकर प्रबंध समिति ने कहा कि अजय शंकर कौशिक द्वारा झूठे व बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं।