मंत्री जयवीर सिंह बोले- लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करना जरूरी

लखनऊ। लोक कलाओं के संरक्षण की वकालत करते हुये उत्तर प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने गुरूवार को कहा कि भावी पीढ़ी को लोक विरासत से परिचित कराने और लोक कलाकारों का प्रोत्साहित किये जाने की जरूरत है।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि सरकार ने संस्कृति विभाग के अधीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रस्तुतीकरण के लिये कलाकारों को अनुबंधित किये जाने के संबंध में पिछली नौ मई को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं। इसका मकसद विभिन्न प्रकार की लोक कलाओं को संरक्षित एवं संवर्धित करते हुए कलाकारों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की लोक कलाओं को संरक्षित किया जाता है, जिससे भावी पीढ़ी इन लोक विरासत से परिचित हो सके। इन लोक कलाओं का प्रदर्शन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराकर प्रदेश स्तर पर कराया जाता है। इन लोक कलाओं में शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय वादन, लोक गायन, लोक नृत्य, नाटक, रामलीला, नौटंकी के कलाकरों को अपनी प्रस्तुतियां देने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन कलाकारों की विभिन्न श्रेणियों के अनुसार संस्कृति विभाग की कलाकार ई-डायरेक्ट्री में पंजीकृत किया जाता है। इसके संबंध में विस्तार से जानकारी विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है। यदि कोई कलाकार ई-डायरेक्ट्री में पंजीकृत नहीं है तो पंजीकरण के उपरान्त ही उसे कार्यक्रम हेतु अनुबंधित कराये जाने की व्यवस्था की गई है।
इसके साथ ही पंजीकृत कलाकारों को प्राथमिकता देते हुए आमंत्रित कर अनुबंधित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। पर्यटन मंत्री ने बताया कि पिछले साल 27 दिसम्बर को संस्कृति निदेशालय ने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने वाले कलाकरों को देय मानदेय एवं अन्य सुविधाओं के संबंध मे दिशा-निर्देश जारी किये थे।
यह भी पढ़ें:-बलरामपुर: छात्रा के साथ दुष्कर्म, गांव में तनाव, आरोपी गिरफ्तार