हल्द्वानी: गाने का शौक है तो हो जाइए तैयार क्योंकि आ गया है "गित्यार" सीजन 2 , Online Registration Open
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हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के तत्वाधान में चांदनी इंटरप्राइजेज के संयोजन से राज्य स्तरीय लोकगायन प्रतियोगिता "गित्यार" सीजन 2 का आयोजन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से उभरते हुए गायक - गायिकाओं की खोज के साथ साथ उन्हें मंच भी प्रदान किया जायेगा।
उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के संरक्षक नवीन टोलिया ने बताया कि इसमें किसी भी आयुवर्ग के गायक/गायिका जिनके पांच से अधिक गीत रिलीज़ ना हुए हों वे प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतिभागी को उत्तराखंड की लोक भाषा में लोक विधा पर आधारित गीत गाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म के माध्यम से अपना वीडियो अपलोड करना है जिसकी पूर्ण जानकारी चांदनी इंटरप्राइजेज के फेसबुक पेज और वेबसाइट में उपलब्ध हैं।
प्रतियोगिता के लिए तीन चरणों में ऑनलाइन ऑडिशन किये जायेंगे जिसका पहला चरण सोमवार 1 मई से प्रारम्भ हो चुका है, जो 15 जून तक चलेगा। उसके बाद चयनित प्रतिभागी द्वितीय चरण में प्रवेश करेंगे जिसके ऑडिशन 1 जुलाई से 31 जुलाई तक होंगे और फिर तृतीय चरण 15 अगस्त से 15 सितम्बर तक होगा जिसमे से मंडल स्तर (कुमाऊँ एवं गढ़वाल) से पाँच- पाँच प्रतिभागी चयनित किये जाएंगे जो अंतिम चरण ग्रैंड फिनाले में प्रवेश करेंगे।
ग्रैंड फिनाले का आयोजन अक्टूबर में हल्द्वानी में किया जायेगा। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को नक़द पुरस्कार आकर्षक ट्रॉफी एवं उपहार प्रदान किए जाएँगे। साथ ही उनके आने जाने और रहने का पूरा खर्च आयोजकों द्वारा किया जाएगा। संगीत निर्देशक रंजीत सिंह और सागर शर्मा जी ने विजेताओं के लिए एक एक गीत निःशुक्ल बनाने की घोषणा भी की है। इसके साथ ही अनेक पुरस्कार दिये जायेगे,कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिभा को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है।
छः माह तक चलने वाली इस प्रतियोगिता के शुभारम्भ के अवसर पर वरिष्ठ लोकगायिका बीना तिवारी एवं प्रह्लाद मेहरा द्वारा प्रतिभागियों को शुभकामनाएं और आशीष प्रेषित किया।
भावी पीढ़ी के उदीयमान कलाकारों के लिए बहुत सुनहरा अवसर है, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के इस भगीरथ प्रयास की मैं सराहना करता हूँ और प्रतिभागियों को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ हैं।
- लोकगायक प्रह्लाद महरा
इस प्रकार की गायन प्रतियोगिता से उत्तराखण्ड लोक गायन के क्षेत्र में कार्य कर रही युवा पीढ़ी को बहुत सहायता मिलेगी और प्रतिभावान कलाकारों को राष्ट्रीय मंच मिलेगा
-बीना तिवारी लोक गायिका उत्तराखण्ड
इस प्रतियोगिता को कराने का मुख्य उद्देशय उत्तराखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभा को राष्ट्रीय सतर का मंच प्रदान करना ताकी लोक संगीत के क्षेत्र में उन्हें ख्याति प्राप्त हो एवम इस क्षेत्र में उन्हें राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हो
- संस्कृति कर्मी रितेश जोशी
(अध्यक्ष, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति)
हमारे उभरते हुए गायक - गायिकाओं के लिए यह एक बहुत अच्छा अवसर है, और ऑनलाइन होने की वजह से इसमें सुदूर क्षेत्रों से भी लोग प्रतिभाग कर पाएंगे और ऑडिशन के लिए पर्याप्त समय भी प्रतिभागियों को दिया गया है ताकि अधिक से अधिक से अधिक प्रतिभाएं इस प्रतियोगिता का हिस्सा बन सकें।
- संगीत निर्देशक नितेश बिष्ट
(सचिव, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति)
गित्यार प्रतियोगिता से हमारे वो गायक जिन्हें मंच नहीं मिल पा रहा था उन्हें मंच मिलेगा और भविष्य में अपनी गायकी से अपना और हमारे उत्तराखंड का नाम रौशन करेंगे
- संस्कृति कर्मी मोहन पांडेय
(सांस्कृतिक समन्वयक, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति)
लोक संस्कृति से जुड़े हुए कलाकारों को खोजने में और नए कलाकारों को लोक संस्कृति से जोड़ने में यह प्रतियोगिता एक अहम योगदान देगी।
- गोविंद दिगारी,लोकगायक
लोक संगीत के क्षेत्र में यह प्रतियोगिता मील का पत्थर साबित होगी एवम सुदूर ग्रामीण छेत्र के कलाकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का मोका मिलेगा
-संदीप सोनू ,लोकगायक उत्तराखण्ड
बैठक में नवीन टोलिया, प्रह्लाद मेहरा,बीना तिवारी,सरोज आनन्द, जीवन दानु, मोहन पाण्डे,जगमोहन परगाई,गोविन्द दिगारी,संदीप सोनू,नितेश बिष्ट,राधा दिवेदी नीरज चुफाल,अनिल पानू,कैलाश कुमार, चन्द्र प्रकास, रितेश जोशी,आदि लोग उपस्तिथ थे।