Haldwani News: हाइड्रेंड सूखा, सड़कों पर फर्नीचर और कूड़े के ढेर में मिलीं आग की लपटें, कुमाऊं कमिश्नर के औचक निरीक्षण में खुली पोल

हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं के सबसे बड़े शहर हल्द्वानी के बाजारों में आग से निबटने के इंतजाम है न कोई इरादा। सड़क पर पैदल चलने को जगह नहीं है, फुटपाथ पर दुकानें सजी हुई हैं। बस अड्डों पर महिलाओं के लिए अलग से शौचालय ही नहीं है। आर्थिक राजधानी की हालत किसी दोयम दर्ज के कस्बे से भी बदतर है। यह सब तब सामने आया जब मंडलायुक्त दीपक रावत ने शहर में सिंधी चौक, मंगल पड़ाव, रेलवे बाजार, बस अड्डे वगैरह का पैदल घूम कर औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण ने सरकारी तंत्र की काहिली और खोखले दावों की पोल खोल दी। फिलहाल मंडलायुक्त ने सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
अभी आग लग गई है, बुझानी है, हाइड्रेंड चालू करके दिखाओ
मंडलायुक्त रावत दोपहर में करीब 1:45 बजे सबसे पहले सिंधी चौक पहुंचे। यहां उन्होंने बाजार में आग की घटना होने पर मददगार फायर हाइड्रेंड की जांच की। उन्होंने जल संस्थान व अग्निशमन अधिकारियों से कहा कि मान लो आग लग गई है, अभी आग बुझानी है हाइड्रेंड से पानी चाहिए, चालू कर के दिखाओ। अग्निशमन कर्मी ने हाइड्रेंड चालू किया लेकिन 10 मिनट बाद भी पानी नहीं आया। आयुक्त का पारा चढ़ गया उन्होंने जल संस्थान ईई से हाइड्रेंड की रिपोर्ट के साथ ही एक प्रमाण पत्र मांगा जिसमें ईई लिखकर देंगे कि इस हाइड्रेंड से कोई कनेक्शन नहीं दिया गया है। फिर उन्होंने रेलवे बाजार और बनभूलपुरा के सरकारी स्कूल का हाइड्रेंड देखा तो इसमें पानी आ गया लेकिन प्रेशर बढ़ाने को प्रस्ताव बनाने को कहा। साथ ही शहर के 8 हाइड्रेंड की जांच के निर्देश दिए।
आज के बाद सड़क पर सामान नहीं लगाएंगे, दुकान पर चस्पा किया नोटिस
मंडलायुक्त सिंधी चौक से बनभूलपुरा के सरकारी स्कूल में हाइड्रेंड की जांच के बाद रेलवे बाजार पहुंचे। यहां जैन इलेक्ट्रानिक व फर्नीचर ने सड़क पर सामान सजा रखा था। जब मंडलायुक्त ने सवाल पूछा तो शोरूम स्वामी जवाब नहीं दे पाया। बाद में उन्होंने मंडलायुक्त से माफी मांगी और दुकान पर एक नोटिस चस्पा किया कि सड़क पर दुकान का सामान नहीं रखेंगे। इस पर मंडलायुक्त ने दोबारा अतिक्रमण पर दुकान सील करने की चेतावनी दी।
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