प्रयागराज: अतीक के मुहल्ले और अन्य संवेदनशील इलाकों में सन्नाटा, हर चौराहे पर पुलिस का पहरा

प्रयागराज। प्रयागराज में हमलावरों की ताबड़तोड़ गोलीबारी में मारे गये पूर्व सांसद अतीक अहमद के मुहल्ले कसारी-मसारी और आसपास के इलाकों में सन्नाटा छाया हुआ है और अहमद के गढ़ माने जाने वाले शहर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के संवेदनशील इलाकों में पुलिस का कड़ा पहरा है।
अतीक के वकील मनीष खन्ना ने बताया कि वह अदालत से कहेंगे कि पुलिस की चूक की वजह से अतीक और उसके भाई एवं पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या हुई है। वह इस मामले में पुलिस पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
प्रयागराज में शनिवार देर रात अस्पताल से मेडिकल जांच के बाद पुलिस हिरासत में वापस लाये जाते वक्त तीन युवकों द्वारा की गयी गोलीबारी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत हो गई थी। दोनों को रविवार रात कसारी-मसारी के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। हालांकि इलाके में हालात अब भी सामान्य नहीं हैं। सोमवार को भी चकिया थाना क्षेत्र स्थित अतीक के मुहल्ले कसारी-मसारी में सन्नाटा छाया रहा। चकिया से सटे राजजरूपपुर, करेली और खुल्दाबाद में छुटपुट दुकानें ही खुलीं।
कुल मिलाकर फिजा में अजीब सा सन्नाटा है। शहर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के चार-पांच मुस्लिम बहुल इलाकों के चौराहे पर पुलिस का कड़ा पहरा है। संवेदनशील क्षेत्र में पुलिस की गश्त जारी है। पूरे शहर में इंटरनेट सेवा अब भी बहाल नहीं हुई है। चकिया और आसपास के इलाकों के लोग अतीक और अशरफ की सनसनीखेज हत्या को लेकर बात करने से अब भी कतरा रहे हैं।
इस बीच, पुलिस सूत्रों ने बताया,“ इसी साल 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड मामले में अभियुक्त रहे अतीक और अशरफ की पुलिस रिमांड की अवधि आज खत्म हो रही है।” उन्होंने कहा, “अब उनकी मृत्यु के बाद पुलिस जिला अदालत को उनकी हत्या के पूरे घटनाक्रम से अवगत करायेगी। इसके लिये धूमनगंज के थानाध्यक्ष राजेश कुमार मौर्य और अन्य पुलिसकर्मी अदालत पहुंचे।”
अतीक के वकील मनीष खन्ना ने बताया कि वह अदालत से कहेंगे कि पुलिस की चूक की वजह से अतीक और अशरफ की हत्या हुई है। वह इस मामले में पुलिस पर कार्रवाई की मांग करेंगे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर लवलेश, सनी और अरुण को रिमांड पर लेने के लिये पुलिस एक-दो दिन में अर्जी दे सकती है।
उन्होंने बताया कि उनसे इस बात को लेकर पूछताछ की जा सकती है कि उनके पास इतने अत्याधुनिक हथियार कैसे आए और क्या उन्हें किसी ने अतीक और अशरफ की हत्या की सुपारी दी थी। सूत्रों के मुताबिक चूंकि अब ये तीनों शूटर भी अतीक के गुर्गों के निशाने पर आ सकते हैं, इसलिये उनकी सुरक्षा और कड़ी कर दी गयी है।
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