Asad Gulam Encounter: Kanpur में भी मिट्टी में मिलाए जाएंगे अतीक के गुर्गे, शरणदाताओं की खैर नहीं, जानें- कनेक्शन
Atiq Ahmed Son Asad Encounter कानपुर में भी मिट्टी में अतीक अहमद के गुर्गे मिलाएं जाएंगगे।
Atiq Ahmed Son Asad Encounter कानपुर में भी मिट्टी में अतीक अहमद के गुर्गे मिलाएं जाएंगगे। एसटीएफ व कमिश्नरेट पुलिस अतीक के कनेक्शन की पड़ताल कर रही। घनी आबादी वाले मुस्लिम क्षेत्रों से इनपुट जुटाया जा रहा।
कानपुर, अमृत विचार। Atiq Ahmed Son Asad Encounter मुख्यमंत्री योगी के माफिया को मिट्टी में मिला देने की घोषणा के मद्दे नजर प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद के शहर में कनेक्शन को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स समेत पुलिस टीमें जांच में जुटी हैं। शासन की मंशा देखकर एसटीएफ के अफसर अतीक के गुर्गों के साथ शरणदाताओं की फाइलें पलट रहे हैं। मुस्लिम क्षेत्रों से इनपुट भी जुटाया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2014 से 2019 तक अतीक के गुर्गों का शहर में खूब आना-जाना था। उस समय प्रयागराज में जहां इंटर स्टेट 227 गैंग सक्रिय थे, वहीं कानपुर में इंटर स्टेट 273 गिरोह सक्रिय थे। इन दोनों अंतरराज्यीय गिरोह के गुर्गे आपस में मिलते थे और संगठित अपराध अंजाम देते थे। दोनों गिरोह का पूरा संचालन अतीक अहमद के इशारे पर होता था। अपराध करने के बाद गैंग के सदस्य शहर में छिपते या ठिकाना बनाते थे।
अब आईएस 227 और आईएस 273 गैंग के सभी सदस्य या तो जेल भेजे जा चुके हैं, या एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। लेकिन माफिया डान अतीक अहमद का कानपुर कनेक्शन खंगालने के लिए एटीएस, एसटीएफ व पुलिस की टीमें हर इनपुट पर काम कर रही हैं। पुलिस के एक आला अफसर के अनुसार अतीक वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव कानपुर की कैंट सीट से लड़ने आया था।
इस दौरान उसने यहां अपना नेटवर्क फैलाया था। शहर में तमाम लोगों से मिला था। इनमें कई लोगों से करीबी संबंध बन गए थे। अतीक अहमद सपा विधायक इरफान सोलंकी के पिता विधायक रहे हाजी मुश्ताक सोलंकी के जनाजे में शामिल होने भी कानपुर आया था।
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