बांदा : डीजी जेल ने ड्यूटी में लापरवाही पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक को किया निलंबित
अफसरों के औचक निरीक्षण में मिली थी खामियां
बांदा, अमृत विचार। ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में डीजी जेल ने मंडल कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया। निलंबित जेल अधीक्षक ने दो माह पहले ही यहां का कार्यभार ग्रहण किया था। पिछले दिनों आयुक्त, डीआईजी समेत एसपी और तत्कालीन डीम के औचक निरीक्षण में भी खामियां मिली थीं।
मंडल कारागार एक बार फिर चर्चा में है। पिछले दिनों पहली अप्रैल को कमिश्नर आरपी सिंह, डीआईजी डा.विपिन मिश्रा व एसपी अभिनंदन के साथ तत्कालीन डीएम दीपा रंजन ने देर रात मंडल कारागार पहुंचकर औचक निरीक्षण किया था। माफिया मुख्तार अंसारी की बैरक का भी निरीक्षण किया गया। बंदियों की निगरानी में लापरवाही मिली थी। अफसरों ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी। शासन ने रिपोर्ट का संज्ञान लिया। सोमवार को डीजी जेल एसएन सावत ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक अविनाश गौतम को निलंबित कर दिया। गौरतलब है कि निलंबित जेल अधीक्षक ने दो माह पहले पहली फरवरी को कार्यभार ग्रहण किया था। लगभग डेढ़ साल तक यह पद रिक्त चल रहा था।
ऐसा नहीं है कि शासन ने जेल अधीक्षक की तैनाती की कोशिश नहीं की, लेकिन जब भी इस कुर्सी पर पोस्टिंग का फरमान जारी किया जाता है। गृह विभाग की तरफ से तीन बार जेल अधीक्षक की तैनाती का प्रयास किया गया। लेकिन तीनों ने ही कोई न कोई बहाना बना कर मना कर दिया। 17 मई 2021 को उन्नाव जेल के अधीक्षक अरुण कुमार सिंह को यहां अधीक्षक बनाकर भेजा गया। लेकिन वह ज्यादा दिन टिक नहीं सके। 16 अक्टूबर 2021 को अरुण कुमार सिंह छुट्टी पर चले गए। वजह पूछने पर उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया।
शासन ने उन्हें 11 नवंबर 2021 को निलंबित करत हुए लखनऊ की संपूणार्नंद कारागार से संबद्ध कर दिया गया। इसके बाद 11 नवंबर 2021 को बरेली जेल के सुपरिटेंडेंट विजय विक्रम सिंह को यहां भेजा गया। हालांकि विजय विक्रम सिंह ने तैनाती स्वीकार नहीं की। शासन ने आदेश की अवहेलना करने पर विजय विक्रम सिंह को सस्पेंड कर दिया। इसके पूर्व तत्कालीन डीएम अनुराग पटेल और एसपी के निरीक्षण के दौरान खामियां मिलने पर डिप्टी जेलर तारकेश्वर सिंह समेत चार बंदी रक्षकों पर निलंबन की गाज गिर चुकी है।
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