रामायण, राम चरित मानस व गीता घोषित हो राष्ट्रीय ग्रन्थ : बाबा

रामायण, राम चरित मानस व गीता घोषित हो राष्ट्रीय ग्रन्थ : बाबा

अयोध्या, अमृत विचार। विश्व के करोड़ों सनातनी हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए रामायण, श्रीराम चरित मानस और श्रीमद भागवत गीता को राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित किया जाना चाहिए। यह बात मित्रमंच के राष्ट्रीय प्रमुख व वरिष्ठ भाजपा नेता शरद पाठक बाबा ने कही है। उन्होंने प्रधानमंत्री को इस आशय का मांग पत्र भेजा है।
  
उन्होंने बताया कि थाईलैण्ड जैसे देश में जहां सनातनी हिंदुओं की आबादी भारत से काफी कम है वहां इसे राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित किया गया है। भारत जैसे देश जिसे देवों की भूमि कहा गया है वहां राष्ट्रीय ग्रन्थ नहीं घोषित किया गया है जो शर्मसार करता है।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर तीनों ग्रन्थों को राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित करने की मांग की है। श्री पाठक ने कहा कि उन्होंने मांग उठाई है कि जिस प्रकार से हमारे ग्रन्थों को अपमानित कर सनातन धर्म को निशाना बनाया जा रहा है उस पर भी रोक लगनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को भी पत्र की प्रतिलिपि भेज अपनी मांग उठाई है।

यह भी पढ़ें:-रायबरेली: तीन दिन में दूसरी बार किराना दुकान से चार लाख की चोरी, पुलिस कर रही है जांच