बांदा: मायके में महिला ने किया Suicide, परिजनों ने शव सड़क पर रखकर लगाया जाम
ससुराल पक्ष पर लगाया दहेज प्रताड़ना का आरोप
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बांदा, अमृत विचार। मायके में रह रही युवती ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज ले जाया गया, वहां उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछतांछ करने के बाद शव को कब्जे में ले लिया। मृतका के मायके वालों ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया है। परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। परिजनों की मांग थी कि आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। सूचना पाकर एसडीएम सदर, सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी आदि मौके पर पहुंच गए। कार्रवाई का भरोसा दिलाकर जाम खुलवा दिया।
शहर के पल्हरी मोहल्ला निवासी ऊषा (26) पत्नी बिंदकुमार अपने मायके शहर के मर्दननाका मुहल्ला लोहार तलैया में रहती थी। उसने बुधवार की रात जहरीला पदार्थ खा लिया। कुछ देर के बाद कमरे के अंदर पहुंचे परिजनों ने देखा तो वह अचेत अवस्था में पड़ी हुई थी। आनन-फानन घरवालों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, वहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका के मामा प्यारेलाल ने बताया कि ऊषा की शादी 6 वर्ष पहले हुई थी। पति दहेज में मोटरसाइकिल की मांग करता था। न देने पर उसे प्रताड़ित करता था। ऊषा चार वर्ष से अपने मायके में ही रह रही थी। ससुरालीजन उसे लेने भी नहीं आ रहे थे। दहेज उत्पीड़न का मामला भी दर्ज कराया था।
आरोप लगाया कि तीन वर्ष पहले वह बेटी वर्षा को भी छीन ले गया था। ससुरालीजनों की प्रताड़ना से परेशान होकर ऊषा ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इससे उसकी मौत हो गई। इधर, परिजनों ने जिला परिषद चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। जाम करीब आधा घंटे तक लगा रहा। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीएम सदर, सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी अंबुजा त्रिवेदी, सीओ सदर गवेंद्रपाल गौतम, कोतवाली प्रभारी श्यामबाबू शुक्ला, चौकी प्रभारी अलीगंज संजय कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। परिजनों की मांग थी कि आरोपी पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जाए। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने आश्वासन देकर मामले को शांत कराया।
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