मुरादाबाद : विकास कार्यों की धनराशि डकारने वाले बेखौफ, आरसी जारी के बाद भी नहीं हुई वसूली
घोटाला : ग्राम प्रधान और सचिव मिलकर करेंगे जमा, जांच में अभिलेखों की पुष्टि न होने आरोप हुई थे सिद्ध, आरोपी दो प्रधानों की मौत हो है चुकी

मुरादाबाद, अमृत विचार। ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए मिली करोड़ों की धनराशि का विवरण विभाग के पास नहीं है। जांच में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि सरकार से मिली धनराशि आरोपी ग्राम प्रधान और सचिव डकार गए हैं। आरसी जारी होने के महीनों बाद भी धन की वसूली नहीं हो पाई है। जबकि प्रधान व ग्राम सचिवों के खिलाफ डीएम द्वारा आरसी जारी की गई है।
मामला ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के नाम पर लगाई धनराशि का है। ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव पर हमसाज होकर धनराशि का गोलमाल करने का आरोप सिद्ध हो चुका है। विकास कार्यों के होने वाली जांच में अभिलेखों की पुष्टि न होने आरोप सिद्ध हो गए थे। पंचायत राज अधिकारी की संस्तुति पर डीएम ने सभी से रकम की वसूली के लिए नौ माह पहले आदेश दिए थे। ऐसी धनराशि को प्रधान सचिव को मिलकर जमा करना था। हालांकि, दो प्रधानों की मौत भी हो चुकी है। चार विकास खंड के 17 गांव में प्रधानों और ग्राम सचिव ने 16 करोड़ 30 लाख 50 हजार 967 रुपये की धनराशि का विकास कार्य सन 2013-14 और 2014-15 में कराए गए थे। जिनके खर्च के अभिलेखों की जांच में पुष्टि नहीं हो पाई थी।जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार द्वारा 22 जून 2022 को सभी लोगों के खिलाफ आरसी जारी कर तहसील को भेजी थी। जिसमें ग्राम प्रधान और ग्राम सचिवों पर गबन की धनराशि को आधा-आधा वसूली के आदेश दिये थे।
उधर, 8 करोड़ 17 लाख 50 हजार 486 रुपये पिछले नौ महीने से डिलारी ब्लॉक के गांव में रोशनपुर के पूर्व प्रधान राजवीर, गांव केइलर के दौलत सिंह, सहसपुरी की सुधा, मलकपुर सैमली की शोभारानी, गजरौलासैद की मजीदन, अलियाबाद के खन्नू सिंह, ढकिया जाट के इंतजार, कुमरिया जुबला की सहाना, राजपुर केसरिया के मोहम्मद उमर, आलमपुर चौहान की मंजू कुमारी, विकास खंड ठाकुरद्वारा के फैजुल्लागंज के पूर्व प्रधान ऋषिपाल सिंह, लांगी खुर्द की सरला देवी, विकास खंड मूंढापांडे के नरखेड़ा के पूर्व प्रधान इरशाद, बिलारी विकास खंड के धर्मपुरकला के पूर्व प्रधान रामअवतार, मनकुला के आकिल, अकरपुर खास के शिम्भू सिंह, भूड़ मरेसी की पूर्व प्रधानों से नहीं वसूला गया है। बाकी की रकम ग्राम सचिवों से वसूली जाएगी। इसमें अलियाबाद और लांगी खुर्द के प्रधान पूर्व मौत हो चुकी है।
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