बरेली: विजयवाड़ा जैसी आगजनी हुई तो हालात काबू में करना होगा मुश्किल

बरेली, अमृत विचार। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 300 बेड कोविड हॉस्पिटल समेत अन्य कोविड अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के इंतजामों की संयुक्त टीम से पड़ताल कराई गई तो बड़ा चौकाने वाला खुलासा हुआ है। इसमें 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में अग्नि से बचाव करने वाले इंतजाम पूरे नहीं मिले। अन्य कोविड अस्पतालों में भी कमियां …
बरेली, अमृत विचार। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 300 बेड कोविड हॉस्पिटल समेत अन्य कोविड अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के इंतजामों की संयुक्त टीम से पड़ताल कराई गई तो बड़ा चौकाने वाला खुलासा हुआ है। इसमें 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में अग्नि से बचाव करने वाले इंतजाम पूरे नहीं मिले। अन्य कोविड अस्पतालों में भी कमियां मिली हैं।
ऐसे हालातों में यदि आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा के कोविड केयर सेंटर जैसी आगजनी की घटना हुई तो यहां भी जानमाल के नुकसान को बचाना मुश्किल हो सकता है। संयुक्त टीम ने निरीक्षण आख्या जिलाधिकारी को भेज दी है। जिसमें आगजनी की घटना होने पर मरीजों समेत अन्य को बचाने के लिए अग्निशमन यंत्रों को क्रियाशील करना बेहद जरूरी बताया है। मामले की रिपोर्ट शासन को भेजने की तैयारी की जा रही है।
कुछ दिन पहले आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक कोविड केयर सेंटर में आग लग गई थी। इसमें 11 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई थी। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति प्रदेश के किसी कोविड अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में न हो, इसके लिए मद्देनजर मुख्यमंत्री कार्यालय ने सभी जनपदों को निर्देश दिए कि वे अपने यहां कोविड अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा से बचाव के इंतजामों का निरीक्षण कराएं। साथ ही वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।
इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण नगरीय क्षेत्र, अधिशासी अभियंता लोनिवि निर्माण खंड, मुख्य अग्निशमन अधिकारी और उप निदेशक विद्युत सुरक्षा की संयुक्त टीम गठित की। संयुक्त टीम ने 300 बेडेड हॉस्पिटल समेत अन्य कोविड अस्पतालों में अग्निशमन उपकरणों की मौजूदगी व आग से निपटने के सभी बिंदुओं पर निरीक्षण किया। इसके बाद संयुक्त टीम ने जिलाधिकारी को निरीक्षण आख्या भेजी।
जिसमें 300 बेडेड कोविड हॉस्पिटल पर ज्यादा फोकस किया गया है। निरीक्षण आख्या में संयुक्त टीम ने बताया है कि अग्निशमन यंत्र बीआईएस के अनुसार स्थापित नहीं हैं। हौजरील, आटोमैटिक स्पिंग कलर सिस्टम, वेजवाइजर व मैनुअल फायर अलार्म सिस्टम लगे तो हैं लेकिन क्रियाशील नहीं हैं। यार्ड हाईड्रेंट 75000 लीटर की क्षमता का है लेकिन चालू हालत में नहीं है। इसके अलावा टेरिस टैंक की क्षमता भी 45000 लीटर की है लेकिन इसका बिल्डिंग के किसी ब्लाक में अग्निशमन यंत्रों से कनेक्शन नहीं हैं। संयुक्त टीम ने अन्य कोविड अस्पतालों में भी कमियां बताते हुए उन्हें शीघ्र दुरुस्त करने पर जोर दिया है।
निर्माण निगम के अफसरों को पत्र लिखकर पूछा गया है कि अस्पताल में अग्निशमन को लेकर क्या व्यवस्थाएं हैं, अगर नहीं है तो उन्हें तत्काल मुहैया कराई जाएं। जिलाधिकारी स्तर से जो जांच हुई है, ऐसी कोई जानकारी नहीं है। जिलाधिकारी की ओर से कराई गई जांच की आख्या में प्राप्त निर्देशों के अनुसार सुधार करेंगे। यह निर्माण से जुड़ा मामला है। -डा.वीके शुक्ल, सीएमओ