Earthquake: तुर्की-सीरिया में भूकंप से 28000 से ज्यादा की मौत, बढ़ी लूटपाट की घटनाएं, 48 लोग गिरफ्तार

Earthquake: तुर्की-सीरिया में भूकंप से 28000 से ज्यादा की मौत, बढ़ी लूटपाट की घटनाएं, 48 लोग गिरफ्तार

दमिश्क। भारतीय वायुसेना का एक और C-17 विमान कल रात राहत सामग्री और आपातकालीन उपकरण लेकर सीरिया और तुर्की के लिए रवाना हुआ है। दक्षिणी तुर्की और सीरिया में बड़े पैमाने पर भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 28,000 हो गई है। इसके अलावा तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद लूटपाट के आरोप में 48 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

तुर्किये और सीरिया में पांच दिन पहले आए भीषण भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 28,000 के पार हो गई है तथा और लोगों के जीवित बचने की तेजी से लगातार धूमिल होती उम्मीदों के बीच बचाव कार्य जारी है। भूकंप के बाद लोगों का जीवन बचाने के लिए बचावकर्मी पिछले पांच दिन से कड़ाके की ठंड में लगातार काम कर रहे हैं। बचाव कार्य के दौरान शनिवार को 12 से अधिक लोगों को बचा लिया गया। बार-बार बेहोश हो रहे और होश में आ रहे इब्राहिम जकारिया नाम के व्यक्ति को इस बात का पता नहीं था कि वह कितने दिन से अपने घर के मलबे के नीचे दबा था। 

जकारिया को शुक्रवार रात को बचाया गया। जकारिया ने शनिवार को अस्पताल में कहा, मुझे लगा था कि मैं मरने वाला हूं और मेरे लिए फिर से जीना असंभव होगा। भूकंप के बाद शनिवार को बचाए गए लोगों में अतांक्या में बचाया गया सात महीने का एक बच्चा और कहरामनमारस का एक परिवार शामिल है। टेलीविजन नेटवर्क ‘हैबरटर्क’ ने बताया कि सीरिया की सीमा से सटे गाजियांटेप प्रांत में नुरदागी शहर की एक इमारत के मलबे से एक परिवार के पांच लोगों को बचाया गया। इस्लाहिये कस्बे के मलबे से एक व्यक्ति और उसकी तीन वर्षीय बेटी को बाहर निकाला गया। सात वर्षीय एक बच्ची को हाते प्रांत में बचाया गया।

इल्बिस्तान में 20 वर्षीय मेलिसा उल्कु और एक अन्य व्यक्ति को मलबे में 132 घंटे फंसे रहने के बाद बचाया गया। हाते प्रांत के इस्केंदेरुन में 138 घंटे से मलबे में फंसे 44 वर्षीय एक व्यक्ति को बाहर निकाला गया। बचावकर्मियों ने इसे एक चमत्कार बताया और कहा कि उन्हें किसी के मिलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन वे खोदते गए और उन्हें एक व्यक्ति की आंखें दिखीं, जो अपना नाम बता रहा था। 

इसी प्रांत में भूकंप के 140 घंटे बाद अंताक्या में एक बच्चे को मलबे से बाहर निकाला गया। इस बीच 50 घंटे की मशक्कत के बाद मलबे से निकाली गई जेयनेप काहरमन नाम की महिला ने रात में अस्पताल में दम तोड़ दिया। ये बचाव कार्य भूकंप के बाद तुर्किये सरकार की प्रतिक्रिया को लेकर लोगों के बढ़ रही हताशा के बीच जारी हैं। इस भूकंप से केवल तुर्किये में 24,617 लोगों की मौत हुई है और कम से कम 80,000 लोग घायल हुए हैं। 

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