गलत स्थानों पर शराब की दुकानों को खुलवाने से रोकना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी: उमा भारती
भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने आज कहा कि गलत स्थानों पर शराब दुकानों को खुलवाने से रोकना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है और नई शराब नीति में जनप्रतिनिधियों को पहरेदार की भूमिका निभानी चाहिए। दरअसल भारती ने कल अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा था कि ओरछा में रामराजा सरकार मंदिर के बिल्कुल करीब खुली शराब की दुकान के बारे में वे यहां के सांसद एवं विधायक को दोषी मानती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सत्य से अवगत नहीं कराया है।
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इसके बाद उन्होंने आज अपने ट्वीट में कहा कि उन्होंने ओरछा शराब की दुकान को लेकर जो टिप्पणी क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक को लेकर की है, वह सिर्फ दो लोगों पर लागू नहीं होती। यह पूरे प्रदेश पर लागू है। जनप्रतिनिधियों की ही जिम्मेदारी थी कि वह महिलाओं का सम्मान, सुरक्षा, नौजवानों के स्वास्थ्य एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन दुकानों को ऐसे गलत स्थानों पर खुलने ही नहीं देते। भारती ने कहा कि नई शराब नीति में सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा जनप्रतिनिधियों की है, क्योंकि प्रदेश की जनभावनाएं शराब के खिलाफ हैं। उन्होंने अपील की कि नई शराब नीति में जनप्रतिनिधि एक सशक्त पहरेदार की भूमिका निभाइए।
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