सरकार राजकोषीय की मजबूती की राह पर कायम
नई दिल्ली। कोविड-19 के झटकों से उबर रही भारतीय अर्थव्यवस्था को राजकोषीय मजबूती की राह पर बनाए रखते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने बुधवार को घोषणा की कि अगले वित्त वर्ष 2023-24 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.9 प्रतिशत तक और 2025-26 तक 4.5 प्रतिशत तक सीमित किया जाएगा।
श्रीमती सीतारमण ने लोकसभा में अगले वित्त वर्ष का बजट पेश करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 राजकोषीय घाटा 6.4 प्रतिशत रहेगा। उन्होंने कहा कि हम घाटे को अपने बजट अनुमान के अनुसार रखने में सफल रहे हैं। सरकार खर्चों में वृद्धि के बावजूद राजकोषीय घाटे को चालू वित्त वर्ष को 6.4 प्रतिशत रखने में कामयाब रही है, क्योंकि वर्तमान कीमतों पर जीडीपी अनुमान से बेहतर रहने की उम्मीद है।
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