आज का इतिहास, 12 जनवरी : अपनी ओजपूर्ण वाणी से युवाओं के मार्गदर्शक बने स्वामी विवेकानंद की जयंती
नई दिल्ली। स्वामी विवेकानंद का नाम इतिहास में एक ऐसे विद्वान के रूप में दर्ज है, जिन्होंने मानवता की सेवा को अपना सर्वोपरि धर्म माना। अमेरिका के शिकागो में धर्मसभा में अपने धाराप्रवाह भाषण से अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आए भारतीय संन्यासी स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को बंगाल में हुआ था। स्वामी विवेकानंद अपने ओजपूर्ण और बेबाक भाषणों के कारण काफी लोकप्रिय हुए, खासकर युवाओं के बीच...यही कारण है कि उनके जन्मदिन को पूरा राष्ट्र युवा दिवस के रूप में मनाता है। उन्होंने मानवता की सेवा एवं परोपकार के लिए 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इस मिशन का नाम विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के नाम पर रखा।
स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर सादर नमन। उनका जीवन राष्ट्रभक्ति, आध्यात्मिकता और कर्मठता के लिए सदैव प्रेरित करता है। उनके महान विचार और आदर्श देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके विचार और आदर्श देशवासियों का हमेशा मार्गदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर सादर नमन। उनका जीवन राष्ट्रभक्ति, आध्यात्मिकता और कर्मठता के लिए सदैव प्रेरित करता है। उनके महान विचार और आदर्श देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है। प्रधानमंत्री मोदी आज शाम लगभग चार बजे कर्नाटक के हुब्बल्लि में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उदघाटन करेंगे। इस वर्ष महोत्सव का विषय विकसित युवा-विकसित भारत है। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित किया जाता है जो स्वामी विवेकानंद की जंयती पर उनके विचारों, शिक्षा और योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है। राष्ट्र के प्रतिभावान युवाओं को सशक्त और राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करना महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य है। इसके तहत एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना के अनुरूप देश की विविधतापूर्ण संस्कृति को एक मंच पर लाया जाता है।
देश-दुनिया के इतिहास में 12 जनवरी की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा
1708 : शाहू को मराठा शासक बनाया गया।
1757 : पश्चिम बंगाल के बंदेल को ब्रिटिश शासकों ने पुर्तगालियों से छीना।
1863 : स्वामी विवेकानंद का जन्म।
1931 : पाकिस्तान के मशहूर उर्दू शायर अहमद फराज का जन्म।
1934 : भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारी सूर्यसेन को अंग्रेजों ने फांसी पर लटका दिया।
1976 : जासूसी उपन्यासों की मशहूर लेखिका अगाथा क्रिस्टी का निधन।
1984 : स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान।
1991 : अमेरिकी संसद ने इराक के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के प्रस्ताव को पारित किया। 2010: हैती में भीषण भूकंप में दो लाख से अधिक लोगों की मौत।
2022 : ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मई 2020 में देश में कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान अपने डाउनिंग हाउस आवास के गार्डन में पार्टी को लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में माफी मांगी।
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