रुद्रपुर: हल्द्वानी बनभूलपुरा बस्ती को उजाड़ने के खिलाफ लामबंद हुए मजदूर संगठन

रुद्रपुर, अमृत विचार। हल्द्वानी के बनभूलपुरा की भूमि को खाली कराने और हजारों परिवारों को बेघर करने के खिलाफ इंकलाबी मजदूर केंद्र सहित कई श्रमिक संगठन लामबंद हो गए हैं। बस्ती उजाड़े जाने के खिलाफ श्रमिक संगठनों ने भगत सिंह चौक पर एक दिवसीय उपवास व धरना दिया। उन्होंने सीएम को ज्ञापन भेजकर चार सूत्रीय मांग उठाई।
उनका कहना था कि पिछले पचास सालों से रेलवे की भूमि पर लगभग 50 हजार परिवार निवास कर रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा कई सरकारी स्कूलों के अलावा परिवारों का आधार कार्ड और वोटर आईडी भी बनवाई। आरोप था कि सरकार ने हजारों परिवारों के वोट बैंक का प्रयोग कर न्यायालय के आदेश का पालन करना उचित समझा।
जो कि न्याय संगत नहीं है। उन्होंने सीएम से बनभूलपुरा वासियों के आशियाने नहीं उजाड़ने, उजाड़ने से पहले घर बसाने की न्यायपूर्ण नीति अपनाने, सरकार बनभूलपुरा इलाके पांचों बस्तियों को पूर्व की भांति अविलंब मलिन बस्तियों की सूची में डालकर मलिन बस्तियों से संबंधित कानून लागू करने, पांचों बस्तियों को बचाने को उत्तराखंड उच्च न्यायालय में तत्काल पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सर्वोच्च न्यायालय में पैरवी करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व है कि हजारों परिवार को बेघर होने से बचाया जाए। ताकि छोटे-छोटे बच्चों को उनकी शिक्षा और लोगों को उनका घर मिल सके। उन्होंने आगाह किया कि यदि सरकार ने बेघर होने वाले परिवारों की नहीं सोची, तो श्रमिक संगठन उग्र आंदोलन करेंगे। इस मौके पर दिनेश चंद्र, दीपक सनवाल, सीपीआई राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, राजेश कुमार, रविंद्र कौर, भाकपा माले के ललित मटियाली, मजदूर सहयोग केंद्र के महासचिव धीरज जोशी, प्रकाश सिंह मेहरा, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान के कैलाश भट्ट, महावीर सिंह, सुभाष प्रसाद, सुब्रत कुमार विश्वास, प्रदीप कुमार, गोपाल सिंह, किरन विश्वास, नसीम आदि मौजूद रहे।