तेदेपा ने भगदड़ के लिए जगन मोहन रेड्डी सरकार को ठहराया जिम्मेदार

तेदेपा ने भगदड़ के लिए जगन मोहन रेड्डी सरकार को ठहराया जिम्मेदार

अमरावती। तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने रविवार रात को गुंटूर शहर में उसके एक कार्यक्रम में मची भगदड़ के लिए आंध्र प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि विपक्षी दल अपने प्रचार की ‘‘सनक’’ को छिपाने के लिए पुलिस पर दोष मढ़ रहा है, जिसके कारण यह त्रासदी हुई।

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राज्य के पर्यटन और संस्कृति मंत्री आर.के. रोजा ने तेदेपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह एक ‘‘अनुशासनहीन पार्टी’’ है। मंत्री ने कहा, ‘‘पर्याप्त संख्या में पुलिस की मौजूदगी के कारण ही एक बड़ा हादसा टल गया। लोग चंद्रबाबू की सभाओं में नहीं आ रहे हैं, इसलिए तो उन्होंने महिलाओं को निशुल्क साड़ियां देने का लालच दिया।’’

गुंटूर में रविवार रात आयोजित तेदेपा के एक कार्यक्रम में कथित तौर पर उपहार लेने के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई और सात अन्य लोग घायल हो गए। तेदेपा के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यह घटना उनके वहां से रवाना होने से कुछ मिनट बाद ही हुई।

इस बीच, भगदड़ की घटना पर गुंटूर पुलिस ने ‘उयूरी फाउंडेशन’ के प्रबंध निदेशक उयूरी श्रीनिवास और कुछ तेदेपा नेताओं तथा आयोजकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, हालांकि, श्रीनिवास से पूछताछ की जा रही है।

वहीं, नायडू ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की, जबकि राज्य सरकार ने जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। तेदेपा नेता के. रवींद्र ने कहा कि वह मृतक महिलाओं के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और देंगे तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये देंगे।

पार्टी नेता मन्नव मोहन कृष्णा ने भी जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वालों को तीन-तीन लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता देने की घोषणा की है। तेदेपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अत्चन्नायडू ने वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी सरकार पर पर्याप्त सुरक्षा मुहैया न कराने का आरोप लगाते हुए उसे इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।

अत्चन्नायडू ने एक बयान में कहा, ‘‘क्या यह पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है कि वह पर्याप्त सुरक्षा और उचित भीड़ नियंत्रण उपायों को सुनिश्चित करे जहां एक पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं? ऐसा लगता है कि जगन सरकार अपने आरोप-प्रत्यारोप के खेल को अंजाम देने के लिए लोगों की जान दांव पर लगा रही है।’’

नायडू ने एक अलग बयान में कहा कि वह भगदड़ और गरीब लोगों की मौत की घटना से स्तब्ध हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं गरीबों की मदद करने की स्वैच्छिक संगठन की पहल को प्रोत्साहित करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हुआ था। मैं बेहद आहत हूं कि इस कार्यक्रम का अंत इतना दुखद रहा।’’ 

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