रामपुर : कोरोना ने फिर दी दस्तक, संक्रमित महिला मिलने से स्वास्थ्य विभाग में बढ़ी बेचैनी
नई आवास विकास कालोनी के लोगों में संक्रमित महिला मिलने से दहशत, दो माह बाद जनपद में मिला है संक्रमित केस

रामपुर, अमृत विचार। देश में एक बार फिर नोबेल कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। जिसको स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में खलबली मची हुई है। दो साल पहले कोरोना ने खूब उत्पाद मचाया था। जिससे कई लोग काल के गाल में समा गए थे। यहां तक की कोरोना संक्रमण बढ़ने से देश में लाकडाउन लगा दिया गया था। शहर की नई आवास विकास कालोनी की एक महिला में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद अधिकारियों में बेचैनी है। वहीं कालोनी के लोगों में दहशत है।
पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए वायरस को लेकर शासन ने पहले से ही अलर्ट घोषित कर दिया है। इस बीच एक महिला के संक्रमित मिलने से और खलबली मची हुई है। पिछले करीब एक साल से लोग कोरोना गाइड लाइन का पालन करने के प्रति लापरवाह हो चुके हैं। अब आवास विकास में महिला के संक्रमित मिलने से सतर्कता बरतने की जरूरत है। पिछले वर्षों में आलम यह था कि कोरोना वायरस से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने दो गज की दूरी बनाने, घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाने की अपील की थी।
लेकिन कोरोना का खौफ खत्म होने के साथ ही लोग सब कुछ भूल गए। पिछले कई माह से विभाग के अफसरों ने कोरोना की टेस्टिंग कराने के नाम पर खानापूरी करनी शुरू कर दी थी। जांच में सुस्ती की वजह से लोगों को मालूम नहीं हुआ, कोरोना का पता नहीं चला पाया। इतना ही नहीं वैक्सीनेशन भी खत्म हो गया। वैक्सीनेशन खत्म होने के बाद स्वास्थ्य विभाग और लोग पूरी तरह बेफ्रिक हो गए। लेकिन चीन समेत कई देशों में कोरोना ने दस्तक दी है। जिसके बाद सरकार भी एक्टिव हो गई है। सरकार इसको लेकर अब गाइडलाइन जारी कर कर रही है।
जिसमें कोविड-19 से बचाव के लिए उपाय बताए गए हैं। हाथ धोना, छह फिट की दूरी, मास्क का प्रयोग करना अवश्य है। खासतौर पर बाहर देशों से आने वाले यात्रियों पर स्वास्थ्य विभाग की नजरें टिक गई हैं। इसके लिए बकायदा कंट्रोल रुम भी स्थापित किया गया है। गुरुवार को जिला अस्पताल में 47 लोगों ने कोरोना टेस्टिंग कराई है। जिसमें 28 लोगों ने आरटीपीसीआर, 19 लोगों ने एंटीजन की जांचें कराई हैं। इसके अलावा अर्बन, समस्त सीएचसी और पीएचसी में लोगों की जांचें कराई है।
जनपद में 405 ने एंटीजन, आरटीपीसीआर 503 हुईं जांच
जनपद में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए बिलासपुर में 50, ब्लाक चमरौआ में 30, मिलक में 50, सैदनगर पीएचसी में 40,शाहबाद 50,स्वार 20, टांडा22, अर्बन 119, जिला अस्पताल में 19, रोडवेज परिसर में 5 लोगों ने एंटीजन जांच कराई। जबकि बिलासपुर में आरटीपीसीआर 50, चमरौआ में 30, मिलक में 70, सैदनगर 40, शाहबाद 100,स्वार में 50, टांडा में 22, रामपुर अर्बन 113, जिला अस्पताल में 28 लोगों ने जांचे कराई है। कुल मिलाकर 6,51,090 लोगों ने एंटीजन और 6,50,813 लोगों ने आरटीपीसीआर की जांचे कराई हैं।
बजट के अभाव में अधर में लटका आक्सीजन प्लांट
कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने काफी मशक्कत से संक्रमण पर काबू पाया था। जिसमें जिला अस्पताल में 500, 1000 एलपीएम और महिला चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट लगवाए थे। जिसमें दो प्लांट तो पुरूष अस्पताल के संचालित है लेकिन महिला चिकित्सालय में 800 एलपीएम आक्सीजन प्लांट का चालू कराने के लिए शासन को 95 लाख का स्टीमेट बनाकर भेजा गया है। कोरोना की पहली, दूसरी लहर खत्म हो गई लेकिन, प्लांट चालू नहीं हो सका। महिला अस्पताल में कुल 60 बैड है, आक्सीजन पहुंचाने के लिए गैस पाइपलाइन डाली जा चुकी है। कोविड 19 के नोडल अधिकारी डा. पंकज द्विवेदी का कहना है कि आक्सीजन प्लांट चालू कराने के लिए 95 लाख का स्टीमेट बनवाकर शासन को भेजा गया है।
44 लाख से ज्यादा लोगों का हो चुका है टीकाकरण
जनपद में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए 44 लाख अधिक लोग टीकाकरण करा चुके है। जिसमें पहली डोज 19,82,189, दूसरी डोज 19,88,207 लोग लगवा चुके है। जबकि 4,36,878 लोगों ने एहतियाती डोज लगवाई है। टीकाकरण की शुरूआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी। शुरूआत में हैल्थ वर्कर को टीका लगाया गया। जिसमें सरकारी व निजि चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने टीकाकरण कराया। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाया गया। जिसमें पुलिस, पीएसी, सीआरपीएफ जवान और प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। इसके बाद आमजन की बारी आई। 12 साल से अधिक आयु वाले को टीका लगाया गया। इनमें 19.04 लाख लोगों को पहली डोज दी गई। जबकि दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या 15.16 लाख रही। 12 से 18 साल के युवाओं की बारी आई।इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण की व्यवस्था कराई गई।
चीन समेत अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की ओर से जो गाइडलाइन आएगी, उसका कड़ाई का पालन कराया जाएगा। कोरोना से जंग के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। आवास विकास की एक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है, इसके बाद उसका निगरानी में उपचार चल रहा है। -डॉ. पंकज द्विवेदी, नोडल अधिकारी कोविड-19
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