हर महीने हजारों खर्च करने के बाद भी बेड पर लोट रहे कीडे मकौड़े, बलरामपुर अस्पताल का हाल बदहाल

हर महीने हजारों खर्च करने के बाद भी बेड पर लोट रहे कीडे मकौड़े, बलरामपुर अस्पताल का हाल बदहाल

लखनऊ, अमृत विचार : बलरामपुर अस्पताल के वार्डों में मरीजों को हानिकारक कीड़ों से बचाने के लिए अस्पताल प्रशासन हर माह हजारों रुपये पेस्ट कंट्रोल के नाम पर फूंक रहा है। इसके बाद भी वार्ड व बेड में कॉकरोच और खटमल जैसे कीड़े पनप आए हैं। इसे लेकर तीमारदारों ने शिकायत दर्ज कराई। अफसरों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को कई वार्डों में जाकर दवाओं का छिड़काव कराने के साथ बेडों और गद्दों की भी सफाई कराई है।

बलरामपुर अस्पताल 800 बेड की क्षमता का अस्पताल है। यहां पर हर वक्त 500 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं। अस्पताल की सफाई व्यवस्था का जिम्मा निजी कंपनी पास है। वहीं पेस्ट कंट्रोल का अनुबंध दूसरी कंपनी से है। हर साल करीब एक लाख रुपये कॉकरोच मारने के नाम पर फूंके जा रहे हैं। इसके बाद भी बेड व वार्डों में कॉकरोच और खटमल होने की शिकायत है। आरोप है कंपनी पेस्ट कंट्रोल के नाम पर खेल कर रही है। रोस्टर के हिसाब से दवाओं का छिड़काव नहीं किया गया। न्यू बिल्डिंग के वार्ड में कॉकरोच होने कीशिकायत पर अफसरों ने शनिवार को निजी कंपनी के कर्मचारियों को बुलाकर दवाओं का छिड़काव कराया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कंपनी को पेस्ट कंट्रोल ठीक ढंग से करने की हिदायत दी गई है। इसके बाद भी शिकायतमिली तो अनुबंध समाप्त होगा।

यह भी पढ़ेः ट्रंप के टैरिफ ने बाजार में बढ़ाई टेंशन, बीएसई और निफ्टी के शेयर धड़ाम से गिरे, RBI के ब्यार दर देगा मार्केट को नई दिशा, जानें पूरी डिटेल

ताजा समाचार

Kanpur: कांग्रेस के चक्रव्यूह में फंस गया अभिमन्यु; पवन गुप्ता बोले- मेरे दोनों बेटे मेरे साथ सक्रिय, तो क्या अभिमन्यु गुप्ता सपा को दे रहे धोखा
बरेली: मदरसों पर कार्रवाई को लेकर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने की निंदा, बताया संविधान विरोधी कदम
सुलतानपुर दर्दनाक हादसा: सड़क किनारे बैठकर मां बच्चे को पिला रही थी दूध, मौत बनकर आया ट्रैक्टर, दोनों को रौंदा
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने दी बोहाग बिहू की शुभकामनाएं, कहा पूरी हो लोगों की आकांक्षाओं
कांग्रेस शासन में देश ने ‘ब्लैकआउट’ देखा, अब बिजली का निर्यात हो रहा है, पीएम मोदी का Congress पर वार
IPL 2025 : पंजाब किंग्स के सामने अब कोलकाता नाइट राइडर्स की कड़ी चुनौती, जानें कौन सी टीम कहां?