बरेली को सेफ सिटी बनाने की तैयारी पूरी, महिलाएं होंगी सुरक्षित

 इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए सर्विलांस शहर के हर क्षेत्र पर रखेगा नजर

बरेली को सेफ सिटी बनाने की तैयारी पूरी, महिलाएं होंगी सुरक्षित

बरेली, अमृत विचार। 7 दिसंबर की शाम बरेली कॉलेज की सरजमीं के मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बरेली समेत राज्य के 18 शहरों को सेफ सिटी बना रहे हैं। सीएम के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत बरेली के कदम सेफ सिटी बनने की ओर तेजी से बढ़े हैं। 1200 सीसीटीवी कैमरे लगाकर शहर के हर क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।

ये भी पढ़ें - बरेली: बीईओ पर यूटा ने लगाया गंभीर आरोप, कमिश्नर को सौंपा पत्र

महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ भय मुक्त माहौल देने के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए सर्विलांस को सक्रिय किया गया है। शहर का हर चौराहा और तिराहा सर्विलांस की नजर में है।

वहीं सोमवार दोपहर मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार और आईजी डा. राकेश सिंह ने नगर आयुक्त निधि गुप्ता और एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह, अपर नगर आयुक्त सुनील यादव के साथ इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर का निरीक्षण किया। कंट्रोल कमांड सेंटर से किस तरह ट्रैफिक मैनेजमेंट को सुधारा जा सकता है, इस पर चर्चा कर अधीनस्थों को निर्देश दिए।

25 पब्लिक एड्रेस सिस्टम आईसीसीसी से जोड़े गए: इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से 25 पब्लिक एड्रेस सिस्टम से कनेक्ट किए गए हैं। शहर में 16 स्थानों पर एलसीडी लगाई हैं। जिनके जरिए वीडियो मैसेज प्रसारित किए जा रहे हैं। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लोगों को ट्रैफिक मैनेजमेंट के टिप्स भी दिए जाते हैं। अवैध अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी भी दी जा रही है।

मंडलायुक्त ने बताया कि सड़क पर महिलाओं के लिए इमरजेंसी मैसेज डिवाइस, पुलिस बूथ, भीड़भाड़ और सुनसान वाले इलाकों में स्ट्रीट लाइट्स, कैमरे, पिंक टॉयलेट, वेंडिंग जोन आदि तेजी से बनाए जा रहे हैं। सेफ सिटी योजना में महिलाओं की सुरक्षा व रोजगार पर भी ध्यान दिया जा रहा है। जिससे कि महिलाएं दिन और रात में कहीं भी बगैर झिझक और डर के आ जा सकें।

चौराहों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स, छेड़छाड़ की तो सीधे हवालात: आईजी डॉ राकेश सिंह ने बताया कि कामकाजी महिलाओं, छात्राओं और शॉपिंग करने आने वाली युवतियों की सुरक्षा की दृष्टि से शहर के छह प्रमुख स्थानों पर वाइस कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। उनमें इमरजेंसी बटन दिया है। बटन को क्लिक करते ही सीधे कंट्रोल रूम से कनेक्ट हो जाएंगे।

उन्हें फौरन सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। शहर के जीरो प्वाइंट झुमका चौराहा, गवर्नमेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज, सेटेलाइट बस स्टैंड, मिनी बाईपास नैनीताल रोड, फिनिक्स मॉल और गांधी उद्यान पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। कॉल बॉक्स पर सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम सीधे संबंधित थाने को निर्देश देगा। पुलिस टीम मौके पर उसे दबोचने की कार्रवाई करेगी। इससे वह सीधे हवालात ही जाएगा।

अतिक्रमण पर चलेगा विशेष अभियान, स्पीड होगी कंट्रोल: मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार ने बताया कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए ट्रैफिक मैनेजमेंट किया जाएगा। इसमें स्पीड कंट्रोल करने के लिए झुमका चौराहा रोड, पीलीभीत फिनिक्स मॉल रोड, इज्जतनगर नैनीताल रोड, सुभाष नगर से महेशपुरा ठाकुरान रोड, डेलापीर से पीलीभीत रोड, इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी से लखनऊ हाईवे एंट्रेंस स्पीड कंट्रोल करने के लिए लोकेशन चिन्हित की गई हैं।

वहां से तेज रफ्तार वाहनों को कंट्रोल किया जाएगा। मानकों का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मुख्य चौराहों की सड़कों की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। वहां अतिक्रमण अभियान चलेगा। अवैध कब्जा करने वालों को नोटिस देकर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। बावजूद अतिक्रमण न हटाने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सामान जब्त किया जाएगा।

ये भी पढ़ें - बरेली जंक्शन का जीआरपी स्टाफ बॉडी वार्न कैमरों से लैस