मराठियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता: अंबादास दानवे

नागपुर/मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता, अंबादास दानवे ने आज कहा कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री के हस्तक्षेप के बावजूद कर्नाटक सरकार दोहरा रवैया अपना रही है। दानवे ने सदन में मांग की कि सरकार को मराठियों की सुरक्षा के लिए कड़ा रुख अपनाना चाहिए और कर्नाटक सरकार को करारा जवाब देने की आवश्यकता है।
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दानवे आज बेलगाम में महाराष्ट्र बेलगाम एकता समिति द्वारा आयोजित प्रदर्शन में शामिल हुए और महाराष्ट्र के जनप्रतिनिधियों के कर्नाटक में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का मुद्दा उठाया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद पिछले 61 वर्षों से लंबित है। दानवे ने कर्नाटक सरकार पर लगातार दोहरा रुख अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में महाराष्ट्र के जनप्रतिनिधियों को रोका जा रहा है, इसलिए वे सवाल कर रहे हैं कि क्या वे भारत-पाकिस्तान की सीमा पर रह रहे हैं।
बेलगाम कर्नाटक सीमा के 875 गांवों का मुद्दा बहुत पुराना है और कर्नाटक सरकार जत, सोलापुर, अक्कलकोट में उन्हें सुविधाएं प्रदान करने की कोशिश कर रही है जिसके कारण मराठियों में बहुत ज्यादा असंतोष है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों, विधायिका और सरकार को इसपर एकजुट होना चाहिए और इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
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