शहीदों के शोषणविहीन समाज को बनाने में हम कामयाब नहीं :प्रो. सिंह
उर्मिलेश, प्रो. याकबू यावर व गायिका नेहा सिंह राठौर को मिला माटी रतन सम्मान
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अमृत विचार, अयोध्या। अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान की ओर से सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित शहादत दिवस समारोह में मुख्य अतिथि शहीदे आजम भगत सिंह के भांजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने कहा कि सरकार सबको साथ रखने में नाकाम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि शहीदों का सपना सर्वसमाज को एक रखने, उन्हें मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था करना था। शहीदों ने अपनी घोषणाओं में शोषण विहीन समाज बनाने का संकल्प लिया था लेकिन उसे पूरा करने में हम कामयाब नहीं हुए।
समारोह में उर्मिलेश, प्रोफेसर याकूब यावर तथा जनगीतों की लेखिका व लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को माटी रतन सम्मान से सम्मानित किया गया। माटी रतन सम्मान से नवाजे जाने वालों ने शहीद कक्ष में समारोह रोकने को फांसीवादी कार्यवाही कहा। वक्ताओं ने कहा कि संस्थान को काकोरी एक्शन के चारों शहीदों के समारोह में शामिल किया जाना जरूरी है। इसके पूर्व शांति सिंह स्मृति सहायता, गीता देवी पाण्डेय स्मृति निबंध प्रतियोगिता तथा डॉ. शैलेश पाण्डेय स्मृति सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर जोश मलिहाबाद की रचनाओं पर आधारित दो पुस्तकों का विमोचन हुआ।
समारोह का संचालन संस्थान के अध्यक्ष सलाम जाफरी तथा अध्यक्षता प्रबंध निदेशक सूर्यकांत पाण्डेय ने किया। मुख्य अतिथि का स्वागत उपाध्यक्ष मणीन्द्र शुक्ल मन्नू तथा जसवीर सिंह सेठी ने किया। माटी रतन सम्मान पाने वाले लोगों का संस्थान के सचिव विश्व प्रताप सिंह अंशू, कोषाध्यक्ष अब्दुल रहमान भोलू, लड्डू लाल यादव व विकास सोनकर ने स्वागत किया। समारोह में पूर्व विधायक जयशंकर पाण्डेय, तेज नारायण पाण्डेय, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, ओमप्रकाश सिंह, शीतला पाठक, करुणाकर पाण्डेय, अशोक कुमार तिवारी, सत्यभान सिंह, अंकित पाण्डेय, बृजेश तिवारी, सुमित तिवारी, विवेक पांडेय, अरुण उपाध्याय, मनोज जायसवाल, दानबहादुर सिंह, डा. उर्फी, स्वप्निल श्रीवास्तव, करुणाकर यादव, आरजे यादव, अवधेश यादव, उग्रसेन मिश्र व अन्य लोग मौजूद रहे।
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