बरेली: ब्रांच लाइन की जगह ट्रंक सीवर लाइन बिछाने की तैयारी

बरेली: ब्रांच लाइन की जगह ट्रंक सीवर लाइन बिछाने की तैयारी

बरेली,अमृत विचार। सीवर की खुदाई से परेशान शहर वासियों को जल्द निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने नई पहल की है। ब्रांच लाइन की जगह अब ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए जिम्मेदार मंजूरी के लिए शासन को भेजेंगे। इसके लिए बुधवार को मेयर डा. उमेश गौतम, नगरायुक्त अभिषेक आनंद ने जल निगम, …

बरेली,अमृत विचार। सीवर की खुदाई से परेशान शहर वासियों को जल्द निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने नई पहल की है। ब्रांच लाइन की जगह अब ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए जिम्मेदार मंजूरी के लिए शासन को भेजेंगे। इसके लिए बुधवार को मेयर डा. उमेश गौतम, नगरायुक्त अभिषेक आनंद ने जल निगम, जलकल विभाग, निर्माण विभाग के इंजीनियरों के साथ प्रोजेक्ट को लेकर गहन मंथन किया है। इसमें सबसे कमी यह पाई गई कि ब्रांच लाइन के कारण करीब ढाई वर्ष तक खुदाई का काम जारी रहेगा। इससे एक समय ऐसा आ जाएगा कि शहर के अधिकांश जगहों सड़कें खराब हो चुकी होंगी।

बुधवार की शाम नगर निगम में हुई बैठक में तय हुआ है कि अब गली-मोहल्लों में ब्रांच लाइन और शहर के प्रमुख मार्गों पर ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद जिलाधिकारी के साथ नगर निगम के जिम्मेदार बैठक करेंगे। शासन ने 40 साल पुराने सीवर लाइनों को बदलने के लिए प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इसके बाद 212 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया। इससे शहर के सेंट्रल जोन में कार्य होना है।

मेयर ने बताया कि जल निगम और जलकल विभाग के इंजीनियरों के साथ ट्रंक और ब्रांच सीवर लाइनों को लेकर नए प्रस्ताव का खाका तैयार किया गया है। जहां ब्रांच लाइन बिछाने की योजना थी, वहीं पर ट्रंक लाइन काम किया जाएगा। इससे अधिकांश मुहल्लों की परेशानियां दूर हो जाएंगी। जल निगम अभियंता को निर्देश दिया गया कि ट्रंक लाइन का काम जो बिना तरकीब के किया जा रहा है। उसे अधूरा न छोडें। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जैसे कालीबाड़ी का काम अधूरा कर नगर निगम के पास और चौपुला से छोड़ कर अय्यूब खां चौराहे को जाने वाली सड़क पर काम कराया जा रहा है। इसके लिए सही कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए।

शहर में सड़क खुदाई का कार्य तेजी पूरा करें, ताकि आने वाले समय में सड़क निर्माण जल्द किया जा सकें। जल निगम के इंजीनियरों ने फरवरी मार्च तक काम पूरा करने की बात कहीं, जिस पर दिसंबर तक कार्य पूरा करने के लिए कहा गया है। इस दौरान नगरायुक्त अभिषेक आनंद, मुख्य अभियंता संजय सिंह चौहान, जल निगम के अभियंता संजय सिंह, जलकल महाप्रबंधक आरएस यादव आदि इंजीनियर मौजूद रहे।

दशकों पुरानी सीवर लाइन से मिलेगी निजात
करोड़ों के प्रोजेक्ट अमृत योजना को धरातल पर उतारने के लिए शहर को चार जोन में बांटकर सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। इसमें पहले चरण में सेंट्रल जोन पर कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके तहत इस हिस्से में पुरानी सीवर लाइन के स्थान पर करीब 12.74 किमी नई ट्रंक सीवर लाइन डालने के लिए करीब 54.86 करोड़ रुपये मिले है। पांच हजार घरों को सीवर लाइन का फायदा मिलेगा।

173 किमी लंबी बिछनी थी ब्रांच लाइन
प्रोजेक्ट में बदलाव के पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि करीब ढाई वर्ष तक सीवर की खुदाई का काम करना पड़ता। ट्रंक लाइन से जोड़ने के लिए ब्रांच लाइन का भी प्रस्ताव बनाया गया, वह 173 किमी लंबी ब्रांच लाइनों के लिए 234 करोड़ रुपये का आगणन तैयार कर शासन को भेजा था। सेंट्रल जोन के तीन सब जोन बनाए गए हैं। इसमें जोन छह, सात और आठ हैं। इस आगणन को कैबिनेट ने 212 करोड़ रुपये के साथ जीएसटी अतिरिक्त देने को स्वीकृति जारी कर दी थी। अब इस ब्रांचलाइन में तबदीली कर ट्रंक लाइन किया जाएगा।

“ब्रांच लाइन छोटी होती है और ट्रंक लाइन बड़ी होती है। इसलिए शहर के ज्यादा हिस्से में ट्रंक लाइन बिछाने का खाका तैयार किया जा रहा है। ट्रंक लाइन के लिए सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद तीन चार दिनों में डीएम के साथ बैठक की जाएगी। इसके बाद शासन को भेजा जाएगा।” -डा. उमेश गौतम, मेयर