बरेली: मेयर के लिए चल रहे डाक्टरों के नाम, प्रत्याशी का इंतजार
बरेली, अमृत विचार, सुरेश पाण्डेय। नगर निगम आरक्षण तय होने के बाद बरेली में मेयर सीट पर दावेदारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। चर्चा में कई डाक्टरों के नाम हैं लेकिन दो नामों पर गंभीरता से विचार चल रहा है। इससे डाक्टरों की लॉबी में जहां उत्साह है तो वहीं यह भी उत्सुकता है कि वह कौन होगा, जिसके सहारे चुनावी रण तैयार होगा।
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इस चर्चा को मुख्यमंत्री के बयान से भी बल मिला है। बरेली कॉलेज के मंच से दिए बयान में कितना दम है यह तो टिकट की घोषणा ही तय करेगी लेकिन डाक्टरों की लॉबी मुख्यमंत्री की इस लाइन को ही अपने हित की मानते हुए चल रही है।
मेयर का टिकट पाने के लिए कई डाक्टर लाइन में हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो काफी समय से तैयारी कर रहे थे लेकिन माहौल को भांप कर पीछे हट गये हैं। कुछ को मुख्यमंत्री की लाइन से फिर से आस बंध गई है। कई डाक्टर एक दूसरे का नाम तो ले रहे हैं लेकिन उनके पीछे की पैरवी को कमजोर मानकर दावेदारी को मजबूत नहीं मान रहे।
मेयर की दौड़ में कई महिलाओं की भी दावेदारी है लेकिन उनके नाम पर सहमति बनेगी या नहीं, यह अभी कहना जल्दबाजी रहेगी। लगभग आधा दर्जन डाक्टरों की लाइन में दो डाक्टरों की दावेदारी अन्य से ज्यादा मजबूत मानी जा रही है। इस समय दोनों के पीछे मजबूत पैरोकार भी बताए जा रहे हैं।
एक संघ के नजदीकी हैं तो दूसरे की संगठन के बड़े ओहदेदार से नजदीकी है। हालांकि संगठन स्तर से एक डाक्टर की पैरवी हो चुकी है, इसलिए उनका नाम भी चर्चा में है। एक डाक्टर राजनीति क्षेत्र का चुनाव लड़ चुके हैं तो दूसरे के लिए यह पहला चुनाव होगा। चुनावी सरगर्मियों के बीच डाक्टर्स लॉबी इस बात से उत्साहित है कि मेयर उनके बीच का होगा लेकिन यह सिर्फ चर्चा की है।
मुख्यमंत्री ने कही थी यह बात: बुधवार को बरेली कॉलेज मैदान में हुए प्रबुद्धजन सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में जनता को बधाई देते हुए कहा था कि प्रदेश में बरेली ऐसा जिला है, जहां से सबसे ज्यादा डाक्टर्स विधानसभा में पहुंचे हैं। इनमें से कोई मानव का डाक्टर है तो कोई पशु का। चुनाव में जनता ने सही निर्णय किया। इसके लिए जनता बधाई की पात्र है।
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