हरदोई: कथावाचक के बेटे की गोली लगने से हुई मौत, हत्या और आत्महत्या में उलझी गुत्थी
मझिला थाने के पलियादेव का है मामला
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हरदोई, अमृत विचार। कथावाचक के बेटे की कनपटी पर गोली लगने से मौत हो गई। वापस लौटे कथावाचक को उसके बेटे का शव घर के अंदर चारपाई पर पड़ा हुआ मिला। इस बारे में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही है। जहां पुलिस इसे आत्महत्या बता रहीं हैं, वहीं पब्लिक का कहना है कि 15 साल का बच्चा आखिर क्यो ऐसा करेगा ? फिलहाल पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही आगे कुछ बताया जा सकता है। की बात कही है।
बताया गया है कि मझिला थाने के पलियादेव निवासी लक्ष्मी चन्द्र कथावाचक है। बुधवार की सुबह वह कथा कहने सलेमपुर गए हुए थे।घर में 15 वर्षीय बेटा गौरव था, जबकि बड़ा बेटा बसभेरिया काम करने गया हुआ था। लक्ष्मी चन्द्र ने बताया कि उसी दिन शाम को जब घर वापस लौटे तो दरवाज़े अंदर से बंद थे,काफी आवाज़ लगाने के बाद अंदर से कोई आहट नहीं मिली। जिस पर मोहल्ले वालों को इकट्ठा किया और पड़ोस के घर से सीढ़ी लगा कर अपने घर में उतरा तो वहां देखा खून से लथपथ गौरव चारपाई पर पड़ा हुआ था। उसकी कनपटी से खून बह रहा था। इसका पता होते ही वहां हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए वहां छानबीन की।
उसका कहना है कि गौरव ने गोली मार कर आत्महत्या की, लेकिन इसकी क्या वजह रही ? इस बारे में फिलहाल कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि लक्ष्मी चन्द्र ने बस इतना बताया कि उसका बेटा तनाव में रहता था। लेकिन ऐसा क्यों ? इस उन्होंने कुछ भी नहीं बताया।15 साल के गौरव की गोली लगने से मौत को ले कर लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे है। पुलिस का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।उसकी रिपोर्ट आने पर आगे कुछ बताया जा सकता है।
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