हल्द्वानी: हूटर बजाता रहा चालक.. साहब हुए हलकान.. और दे दिया चौकी इंचार्ज को हटाने का फरमान
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हल्द्वानी, अमृत विचार। शहर के जाम के झाम से आए दिन आम जनता परेशान है लेकिन उनका दुख कोई नहीं समझता। अधिकारी केवल बंद कमरे में बैठ रोज ट्रैफिक प्लान बनाने में व्यस्त रहते हैं लेकिन अफसोस की शहर का ये ट्रैफिक उनके सारे गणित फेल कर देता है। इधर अधिकारी चाहते हैं कि उनके सरकारी वाहन हूटर बजाते हुए बिना ब्रेक लगाए वाहन सरपट मंजिल तक पहुंच जाएं।
लेकिन बृहस्पतिवार को जब कुमाऊं आयुक्त और खुद डीआईजी जाम में फंस गए तो आनन फानन में डीआईजी ने इस बात की भड़ास चौकी इंचार्ज को हटाने का फरमान जारी कर निकाली। बकायदा इस बात का एक प्रेस नोट जारी कर इसे पब्लिक वेलफयर से संबंधित बताया गया जबकि सीधे शब्दों में कहें तो आम जनता का कहना है कि इंचार्ज को हटाने के नाम पर केवल अपनी खुन्नस निकाली गई है।
दरअसल पूरा मामला यह था कि अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत व डीआईजी कुमाऊं डा. नीलेश आनंद भरणे हल्द्वानी से रुद्रपुर को रवाना हुए थे। इसकी जानकारी जिला नियंत्रण कक्ष को थी। दोनों अधिकारी जैसे ही ट्रांसपोर्ट नगर के पास पहुंचे तो काफी देर तक उन्हें जाम का सामना करना पड़ा। दोनों अधिकारियों ने इस पर गहरी नाराजगी जाहिर की।
उनका कहना था कि अधिकारी हो या पब्लिक कोई जाम में नहीं फंसना चाहिए। इस तरह की जाम की सूचना पूर्व में भी डीआईजी के पास पहुंची थी। गुरुवार को उन्होंने इस मामले में सख्त रुख दिखाया और नैनीताल एसएसपी पंकज भट्ट को निर्देश दिए कि चौकी इंचार्ज को यहां से हटाया जाए। एसएसपी ने उन्हें चौकी से हटा दिया है। डीआईजी ने कहा है कि किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बहरहाल अब इसे जो भी समझा जाए पर साहब ये पब्लिक है सब जानती है....