कासगंज: आस्था के पथ पर श्रद्धा के सैलाब ने रचा नया इतिहास
कासगंज/सोरों, अमृत विचार। उत्तर भारत की प्रसिद्ध तीर्थ नगरी भगवान वराह की निर्वाण स्थली सोरों में रविवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। आरएसएस, विहिप विद्यार्थी परिषद, बजरंग दल सहित उनके अनुशांगिक संगठनो के अलावा भाजपा ने पंचकोसीय परिक्रमा में आस्था महकाने की कोशिश की तो सफलता मिली। खेल स्टेडियम सोरों के मैदान से शुरू हुई परिक्रमा पांच कोस में निकाली गई। परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई दे रहा था। चारों तरफ श्रद्धालु ही श्रद्धालु थे।
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सुबह से ही आस्था के इस आयोजन में शामिल होने के लिए श्रद्धालु उमड़ने लगे थे। फिर क्या था धीमे धीमे भीड़ बढ़ने लगी। तमाम श्रद्धालु खेल के मैदान में एकत्रित हो रहे थे तो तमाम श्रद्धालु परिक्रमा मार्ग पर सीधे ही कदम आगे बढ़ा रहे थे। परिक्रमा से पहले खेल स्टेडियम पर संतों का जमावड़ा लगा। देश भर के साधू संत इस आयोजन में जुटे। फिर तो यहां आस्था महक उठी। बड़े बड़े साधू संतों को मंचासीन किया गया। फिर हरिद्वार की शारदा पीठ से जगत गुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम पहुंचे। उन्होंने अपने आशीष वचन कहे।
श्रीराम की जय-जयकार के साथ श्रद्धालुओं के लिए परिक्रमा के लिए जोश भरा मंच से संदेश दिया कि भगवान वराह की धरा पर आज यह आयोजन एक नया इतिहास रच रहा है। शंकराचार्य ने आशीष वचन देने के बाद पंचकोसीय परिक्रमा की शुरुआत के लिए कहा। यहां कार्यक्रम का संचालन कर रहे परिक्रमा संयाेजक डा. राधाकृष्ण दीक्षित ने शंकराचार्य को भगवान वराह की मूर्ति भेंट करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ब्रज प्रांत प्रचारक हरीश रौतेला को आमंत्रित किया। प्रचारक ने शंकराचार्य को मूर्ति भेंट की। वहीं एटा-कासगंज के सांसद राजवीर सिंह राजू भैया, डीएम हर्षिता माथुर ने भी शंकराचार्य को पुष्प गुच्छ और मूर्ति भेंट कर सम्मानित किया। उनसे आशीष लिया।
इन साधू संतों ने दिए आशीष वचन
काशी से आए न्यायवेदाचार्य एवं सोरों वराह पीठाधीश्वर आशुतोष नंद महाराज, वराह मंदिर के महंत विदेहानंद गिरि, काशी से आए महंत राघवानंद गिरि, कैलाश मठ काशी से आए, स्वामी रविकशंकर आनंद गिरि, देवी संपद मंडल के महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती, खाकी अखाड़ा चित्रकूट से आए महंत जगदेव दास खाकी, रामनंद आश्रम खाकी अखाड़ा बरेली से आए अमृतदास खाकी, राष्ट्रीय कथावाचक रामजीबाई, नाथनगरी बरेली के स्वामी पगलानंद महाराज, आंवला से आए बिरजूदास महाराज, विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष् सुखरामदास महाराज, कुंडा से महंत मुरली मोहन, कछला घाट से आए महंत बृजमोहन, पीलीभीत से आए स्वामी नंद जी महाराज, सतोइया से आए मुरली गिरि, वृंदावन से आए आचार्य निशांत मिश्रा, स्वामी प्रकाशानंद महाराज, सोरों के प्रकाशदास महाराज, अमृतानंद महाराज ने भी आशीष वचन कहे। वातावरण भक्तिमय बना रहा।
एक के बाद एक पहुंचते रहे जत्थे
तीर्थ नगरी सोरों के खेल स्टेडियम में एक के बाद एक जत्थे श्रद्धालुओं के पहुंचते रहे। जयकार करते हुए श्रद्धालु पहुंच रहे थे। अलग अलग क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला सुबह से शुरू हुआ और परिक्रमा की शुरुआत तक जारी रहा।
विभिन्न शहरों से पहुंचे श्रद्धालु
बरेली, पीलीभीत, आंवला, बदायूं, मुराबादाबाद, संभल, एटा, अलीगढ़, हाथरस, आगरा सहित विभिन्न् शहरों से श्रद्धालुओं के पहुचंने का क्रम जारी रहा।
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यह रहे मौजूद :
उत्तराखंड से आए श्याम अग्रवाल, धर्म जागरण मंच के प्रांतीय संयोजक दिनेश लवानिया, विहिपि से आर्येंद्र, प्रांत प्रचार प्रमुख कीर्ति, भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी, सदर विधायक देवेंद्र सिंह राजपूत, अमांपुर विधायक हरिओम वर्मा, विहिप के जिलाध्यक्ष जगदीश प्रसाद बिथरथे, जिला कार्यवाह दीपराज माहेश्वरी, शिवांशु दुबे, भाजपा नेता डा. बीडी राना, जिला पंचायत अध्यक्ष रतनेश कश्यप, बौबी कश्यप, ज्ञान तिवारी, गौरीशंकर शर्मा, डा. शशिलता चौहान, नवल कुलश्रेष्ठ, सांसद प्रतिनिधि डीएसल लोधी, विवेक राजपूत, संजय सोलंकी, अमित बाबा गुप्ता, अनुरोध प्रताप बंटी, संजीव मराठा, गोपाल मराठा, अमित राजपूत, अतुल चौहान, पालिकाध्यक्ष रंजनी साहू, राजवीर साहू, शरद गुप्ता, अजय शर्मा, आरएसएस जिला प्रचार प्रमुख सुनील कुमार, विद्यार्थी परिषद के उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी सुनील वाष्र्णेय, मानवाधिकार एसोसिएशन के जिला प्रभारी किशन शक्ची, सचिन पाठक, रामेश्वर दयाल महेरे, जुगेंद्र लोधी, भाजपा मीडिया प्रभारी केके सक्सेना, अमलेंदु शर्मा, अंशूल सक्सेना, अनंत सहाय मौजूद रहे।
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