हल्द्वानी: नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने मजदूर को कुचल कर मार डाला

हल्द्वानी: नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने मजदूर को कुचल कर मार डाला

हल्द्वानी, अमृत विचार। बाजपुर रेलवे स्टेशन पर काम के दौरान नशे में धुत ट्रैक्टर चालक और साथियों ने मजदूर के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। ठेकेदार ने घटना की सूचना उसके परिजनों को नहीं दी और 24 घंटे बाद नाजुक हालत में उसे घर छोड़ गए। उपचार के लिए ले जाते वक्त युवक की मौत हो गई। हद तो तब हुई जब न्याय के लिए भटक रहीं अनाथ बहनों को केस दर्ज कराने के लिए एक माह तक इंतजार करना पड़ा। 

नई बस्ती वार्ड नंबर 22 ठाकुरद्वारा मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी बबलू (28) पुत्र स्व.नवी जान यहां अपनी छोटी बहन अलफिजा और रहनुमा के साथ रहते थे। पिता के साथ मां अनीसा की मौत के बाद बबलू ही बहनों की परवरिश कर रहा था। पेशे से चालक बबलू के पास जब काम नहीं होता तो वह मजदूरी भी कर लेता था। बताया जाता है कि बीती दो नवंबर को वह ठेकेदार के अधीन बाजपुर रेलवे स्टेशन पर काम कर रहा था।

बहन अलफिजा का आरोप है कि यहां काम कर रहा ट्रैक्टर चालक कुंवर पाल सिंह नशे में धुत बिना नंबर का ट्रैक्टर चला रहा था। ट्रैक्टर पर कासगंज निवासी भानू प्रकाश शर्मा, बाजपुर निवासी रविकान्त और गुड्डू सवार थे। नशे में धुत उक्त लोग कुंवर पास को ट्रैक्टर तेज चलाने के लिए उकसा रहे थे। कुंवर ने तेजी से ट्रैक्टर चलाते हुए वहीं काम कर रहे बबलू के ऊपर चढ़ा दिया। जिसके बाद ट्रैक्टर सवारों ने उसे उठा कर एक किनारे फेंक दिया। शोर सुन कर लोग दौड़े तो आरोपी ने असलहा तान दिया और जान की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। साथ काम कर रहे साथियों ने बबलू को बाजपुर अस्पताल पहुंचाया। जहां से उसे एसचीएच रेफर कर दिया गया। बावजूद इसके बहनों को घटना की जानकारी दी नहीं दी गई।

अगले दिन सुशीला तिवारी से उसे नाजुक हालत में यह कहकर घर पहुंचा दिया कि वह ठीक है, लेकिन कुछ घंटों बाद उसकी हालत बिगड़ गई। बहनें उसे अस्पताल लेकर भागीं, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। बीते माह चार नवंबर को बबलू की मौत हुई और ठीक एक माह बाद जीआरपी काठगोदाम में केस दर्ज कर किया गया। अलफिजा ने ठेकेदार, पुलिस और जीआरपी पर गंभीर आरोप लगाया है। 

ठेकेदार ने बहन, पुलिस और जीआरपी पर बनाया दबाव
अलशिफा का कहना है कि बबलू एक ठेकेदार शर्मा के अधीन बाजपुर रेलवे स्टेशन में मजदूरी कर रहा था। हादसे के बाद ठेकेदार ने पैसों का लालच देकर केस दर्ज न कराने का दवाब बनाया। अलशिफा पहले तहरीर लेकर पुलिस के पास पहुंची, जहां से उसे जीआरपी पुलिस चौकी काशीपुर भेज दिया गया, लेकिन जीआरपी चौकी में उसे रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एक माह तक टहलाया गया। आरोप है कि ठेकेदार शर्मा अलशिफा पर पैसों और पहुंच का रौब झाड़ रहा था। 

बहनों के लिए नहीं की शादी, जल्द जाने वाला था विदेश
अलशिफा ने बताया कि उसके दो और भाई अहमद और बब्बू हैं, लेकिन शादी के बाद दोनों अलग रहने लगे और माता-पिता की मौत के बाद बबलू ही उनका पालन-पोषण कर रहा था। बहनों की शादी के लिए ही बबूल ने शादी नहीं की। बहनों की पहले शादी करने के लिए बबलू सऊदी अरब जाना चाहता था। उसने अपना पासपोर्ट भी बनवा लिया था और वीजा मिलने का इंतजार कर रहा था। अलशिफा ने बताया कि सऊदी में उनकी नौकरी पक्की थी, बस वीजा का इंतजार था।