चालू वित्त वर्ष में 20 लाख इकाइयो के उत्पादन लक्ष्य से चूक सकती है मारुति : शशांक श्रीवास्तव
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) चालू वित्त वर्ष में 20 लाख इकाइयों के उत्पादन लक्ष्य से कुछ अंतर से चूक सकती है। कंपनी के वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारी-विपणन एवं बिक्री शशांक श्रीवास्तव ने यह बात कही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि कंपनी अब भी अपने लंबित ऑर्डर के क्रियान्वयन के जरिये इस चुनौती को पूरा करने की उम्मीद कर रही है। कंपनी के लंबित ऑर्डर 3.75 लाख इकाई के हैं।
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इससे पहले इसी साल अगस्त में मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कंपनी की 2021-22 की सालाना रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा था कि कंपनी अपना उत्पादन बढ़ाएगी और चालू वित्त वर्ष में सेमीकंडक्टर की उपलब्धता में सुधार के साथ 20 लाख इकाइयों की चुनौती को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि नई मध्यम आकार की एसयूवी ग्रैंड विटारा 20 लाख इकाइयों की चुनौती तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी लक्ष्य को चुनौती देने के रास्ते पर है, श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमारी मौजूदा गणना के अनुसार, मुझे लगता है कि हम इस आंकड़े से कुछ पीछे रहेंगे।’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि कंपनी लंबित बुकिंग ऑर्डर कैसे पूरा करती है। अभी कंपनी के लंबित ऑर्डर 3.75 लाख इकाई के हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि इन 3.75 लाख इकाइयों के ऑर्डर को पूरा करने के लिए उत्पादन कैसा रहता है। 20 लाख इकाई के आंकड़े तक पहुंचने की अब भी कुछ गुंजाइश है।
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से वित्त वर्ष की शुरुआत में उत्पादन कुछ प्रभावित हुआ था। हालांकि, अब इसमें कुछ सुधार हुआ है। कंपनी को नई एसयूवी ग्रैंड विटारा को सितंबर में पेश किए जाने के बाद से अबतक इसकी 87,953 बुकिंग मिली हैं। इनमें से 55,505 इकाइयों के ऑर्डर लंबित है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर की अवधि में कंपनी की कुल थोक बिक्री 13,11,890 इकाई रही है।
एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 10,10,674 इकाई का रहा था। समीक्षाधीन अवधि में घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 11,39,072 इकाई रही, जबकि एक साल समान अवधि में घरेलू बाजार में कंपनी ने 8,63,032 वाहन बेचे थे।
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