KGMU : लॉरी में मरीज की मौत पर डिप्टी सीएम ने कुलपति को दिये निर्देश, कहा- जांच कर करें कार्रवाई
लखनऊ, अमृत विचार। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीज की मौत का संज्ञान लिया है। केजीएमयू की कुलपति को मामले की स्वयं जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर कहा है कि केजीएमयू, लखनऊ के लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीज को वेंटिलेटर न मिलने के कारण उसकी मृत्यु होने संबंधी सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत वीसी, केजीएमयू, लखनऊ को पूरे प्रकरण की स्वयं जाँच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही की रिपोर्ट 4 दिन में उपलब्ध कराये जाने हेतु आदेश दिये गये हैं।
के०जी०एम०यू०, लखनऊ के लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीज को वेंटिलेटर न मिलने के कारण उसकी मृत्यु होने संबंधी सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत वी०सी०, के०जी०एम०यू०, लखनऊ को पूरे प्रकरण की स्वयं जाँच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर से…
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) November 26, 2024
दरअसल, सोमवार को सोशल मीडिया पर एक मरीज का वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें वह जान बचाने के लिए डॉक्टर के हाथ जोड़ रहा था, याचना कर रहा था, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं होती है और बाद में उसकी मौत हो जाती है। गोंडा निवासी अबरार की मौत पर परिजनों ने हंगामा भी किया था।
जिस पर केजीएमयू प्रशासन ने कहा था कि 60 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को दिल की गंभीर बीमारी थी। वर्ष 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि हुई थी। उसके बाद मरीज ने एंजियोप्लास्टी कराई थी। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर जांच के लिए बुलाया था। लेकिन मरीज उसके बाद ओपीडी में फालोअप के लिए नहीं आए। तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेलियर की गंभीर अवस्था में डॉक्टरों ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई। दुर्भाग्य से लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटीलेटर बेड फुल थे। मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम जुट गई, जरूरी दवाएं दी गईं। ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। मरीज को तुरंत संजय गांधी पीजीआई व डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने की सलाह दी गई, रेफरेंस लेटर भी दिया गया। बाद में मरीज की मौत हो गई।
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