चम्पावत: एनएच पर खतरों का सफर, डीएम ने भेजा अधिशासी अभियंता को नोटिस

चम्पावत: एनएच पर खतरों का सफर, डीएम ने भेजा अधिशासी अभियंता को नोटिस

चम्पावत, अमृत विचार। चम्पावत जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग खंड की विभिन्न स्थानों की सड़कों की हालत इस समय बदहाल है। इन मार्गों पर सफर करना खतरे से खाली नहीं रह गया है। इन मार्गों की खराब स्थिति के मद्देनजर जिला मजिस्ट्रेट एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चम्पावत नरेन्द्र सिंह भंडारी ने आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के अंतर्गत अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड लोहाघाट को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांग लिया है।
 

नोटिस के माध्यम से अवगत कराया गया है कि मानसून अवधि 2022 के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-09 कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है तथा कई स्थानों पर आतिथि तक राष्ट्रीय राजमार्ग में गिरे हुए मलबे का निस्तारण नहीं किया गया है। क्षतिग्रस्त स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं किये गये हैं, जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-9 यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत अत्यन्त संवेदनशील हो गया है। उक्त के अतिरिक्त इस राजमार्ग के कतिपय स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गये हैं जिनको वर्तमान तक भरा नहीं गया है तथा कई स्थानों पर जहां-जहां पर मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त है, उन स्थानों पर मात्र कोन एवं रिफ्लेक्टिव टेप लगाकर खानापूर्ति की गयी है। 
कई बार चेताया, फिर भी लापरवाही

डीएम नरेंद्र भंडारी के अनुसार, जनपद स्तर पर गठित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भी सड़क सुरक्षा उपाय किये जाने हेतु कई बार अधिशासी अधिकारी एनएच को निर्देशित भी किया गया लेकिन वर्तमान तक राष्ट्रीय राजमार्ग-09 में सुरक्षात्मक कार्य न किया जाना विभागीय लापरवाही का द्योतक है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता एनएच से स्पष्टीकरण लेते हुए उनसे पूछा गया है कि किन कारणों से अभी तक उनके स्तर से राष्ट्रीय राजमार्ग को गड्ढा मुक्त किये जाने तथा संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षात्मक कार्य क्यों नहीं किये गये हैं। 
डामरीकरण कार्य निम्न गुणवत्ता का    
जिलाधिकारी ने कहा कि कई माध्यमों से यह भी शिकायत प्राप्त हो रही है कि वर्तमान में चम्पावत बाजार क्षेत्र में किये जा रहे डामरीकरण कार्य निम्न गुणवत्ता के हैं जो कई स्थानों पर उखड़ गया है जिसके कारण दुर्घटना की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
आपदा प्रबंधन में होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी ने नोटिस के माध्यम से कहा है कि यदि भविष्य में इस मोटर मार्ग के संवेदनशील स्थानों पर, जिन स्थानों पर मलबा पड़ा है, उन स्थानों पर तथा मोटर मार्ग में बने हुए गड्ढे के कारण तथा निम्न गुणवत्ता के डामरीकरण के फलस्वरूप किसी प्रकार के जानमाल की हानि होती है तो उसके लिए अधिशासी अभियंता एनएच खंड लोहाघाट पूर्णरूप से जिम्मेदार होंगे तथा उनके विरूद्ध आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2005 एवं भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।