नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की :हितेंद्र कृष्ण

अयोध्या, अमृत विचार। नगर निगम परिसर स्थित लेडीज क्लब में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भी हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंच कथा का रसपान किया। भागवताचार्य हितेंद्र कृष्ण महाराज (श्रीधाम वृंदावन) की कथा सुन श्रोता झूमने-गाने लगे।
भागवताचार्य हितेंद्र कृष्ण महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि बाल गोपाल का जन्म देवकी और वासुदेव के आठवें संतान के रूप में होता है। देवकी व वासुदेव का अर्थ समझाते हुए कहा कि देवकी यानी जो देवताओं की होकर जीवन जीती हैं और वासुदेव का अर्थ है, जिसमें देव तत्व का वास हो।
ऐसे व्यक्ति जो विपरीत परिस्थितियों की बेड़ियों में भी क्यों न जकड़े हों, भगवान को खोजने के लिए उन्हें कहीं जाना नहीं पड़ता है। बल्कि भगवान स्वयं आकर उसकी सारी बेड़ी-हथकड़ी को काटकर उसे संसार सागर से मुक्त करा दिया करते हैं। जिसके जीवन में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति आ गई तो ऐसा समझना चाहिए कि जीवन सफल हो गया। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 से 7:30 बजे तक चल रही है, जिसका प्रसारण यू-ट्यूब पर लाइव हो रहा है। टेलीविजन पर ईश्वर चैनल के माध्यम से भी कथा से जुड़ सकते हैं।