धान खरीदः फ्लॉप रहा पहला दिन, धान बेचने नहीं पहुंचा एक भी किसान

चित्रकूट, अमृत विचार। धान बेचने को लेकर फिलहाल किसानों में फिलहाल कोई रुचि नहीं दिखाई दी। पहाड़ी की उत्तरी किसान सेवा सहकारी समिति में तो खरीद के पहले दिन मंगलवार को एक भी किसान नहीं पहुंचा। यहां कार्यरत प्रभारी भोले यादव ने बताया कि आज किसी किसान ने रजिस्ट्रेशन तक नहीं कराया। बताया कि पिछले …
चित्रकूट, अमृत विचार। धान बेचने को लेकर फिलहाल किसानों में फिलहाल कोई रुचि नहीं दिखाई दी। पहाड़ी की उत्तरी किसान सेवा सहकारी समिति में तो खरीद के पहले दिन मंगलवार को एक भी किसान नहीं पहुंचा।
यहां कार्यरत प्रभारी भोले यादव ने बताया कि आज किसी किसान ने रजिस्ट्रेशन तक नहीं कराया। बताया कि पिछले वर्ष पूरे जिले का लक्ष्य 20,000 मीट्रिक टन था, जिसमें 17 हजार मीट्रिक टन खरीद हुई थी। इस वर्ष अभी लक्ष्य जारी नहीं हुआ। गौरतलब है कि जिले में कुल 13 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर धान बेचने के लिए किसानों का आनलाइन पंजीकरण कराना आवश्यक है। जानकारी के मुताबिक अभी तक जिले में कुल 1028 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
असतुंष्ट हैं किसान, कई ने धान रोपना किया बंद
हालांकि किसानों में व्यवस्था को लेकर नाराजगी रहती है। औदहा के किसान गिरजाशंकर ने बताया कि वह लगभग सात साल से डंकल धान की रोपाई कर रहे थे पर समिति के रवैये से ऊबकर अब तो धान की खेती ही बंद कर दी। किसान दिनेश द्विवेदी ने भी यही बात कही। बताया कि धान की खेती इसलिए बंद कर दी कि पहले मजदूरों का रोना, फिर अन्ना मवेशियों की दिक्कत। बीज भी काफी महंगा है। गिरजा शंकर ने आरोप लगाया कि समितियों में बड़े पैमाने पर दलाली होती है।
तैयारियां पूरी, बोरियां नहीं
समिति प्रभारी ने यह तो दावा किया कि खरीद केंद्र में तैयारियां पूरी हैं पर बोरियों की अनुपब्धता भी बता गए। उन्होंने कहा कि एक दो दिन में बोरियों का प्रबंध हो जाएगा।
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