राम रहीम की गतिविधियां बंद करें सरकार: एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट धामी
अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सिरसा प्रमुख के मनसा में डेरा खोलने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार से उनकी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। एडवोकेट धामी ने कहा कि डेरा सिरसा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का चरित्र असामाजिक है …
अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सिरसा प्रमुख के मनसा में डेरा खोलने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार से उनकी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। एडवोकेट धामी ने कहा कि डेरा सिरसा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का चरित्र असामाजिक है और उन पर लगे आरोप जघन्य हैं।
ये भी पढ़ें – राजस्थान: शहीद स्मारक पर मनाएंगे सीएचए कर्मचारी काली दिवाली
बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी राम रहीम बेअदबी के मामलों में भी मुख्य आरोपी है। एडवोकेट धामी ने कहा कि इस विवादास्पद व्यक्ति द्वारा पंजाब में डेरा खोलने की घोषणा से सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है और इससे पंजाब का शांतिपूर्ण माहौल खराब हो सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस बेहद गंभीर मामले में जिम्मेदारी से अपनी भूमिका निभाए और संकल्प लें कि पंजाब में डेरा सिरसा की कोई भी शाखा स्थापित न हो।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि अपने बुरे चरित्र और अपराधों के कारण जेल में बंद राम रहीम को बार-बार पैरोल देकर सिख मानसिकता को आहत किया जा रहा है और यह अब मनसा में अपना डेरा खोलने की घोषणा करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय उनके इस कृत्य को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार को जघन्य कृत्यों के दोषियों को लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करने देना चाहिए।
एडवोकेट धामी ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि पंजाब में डेरा सिरसा प्रमुख राम रहीम की किसी भी गतिविधि को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से राम रहीम के ऑनलाइन भाषणों को रोकने की मांग की, जबकि वह पैरोल पर हैं और गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें – PM को इवेंटवादी नहीं रोजगार देना चाहिए, कब होगा सोलह करोड़ नौकरियों का वायदा पूरा?- कांग्रेस