रणनीति : अवैध कब्जे की जमीन पर बना योगी मंदिर, चलेगा बुलडोजर

अमृत विचार, अयोध्या। सोहावल तहसील के कल्याण भदरसा मौर्य का पुरवा गांव में आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाए गए योगी मंदिर की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तहसील प्रशासन ने मंदिर हटवाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए एसडीएम सोहावल ने कृषि विश्वविद्यालय को …
अमृत विचार, अयोध्या। सोहावल तहसील के कल्याण भदरसा मौर्य का पुरवा गांव में आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाए गए योगी मंदिर की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तहसील प्रशासन ने मंदिर हटवाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए एसडीएम सोहावल ने कृषि विश्वविद्यालय को पैमाइश की पूरी रिपोर्ट भेजते हुए कानूनगो को जिम्मेदारी सौंपी है।
कथित गायक और यू ट्यूबर प्रभाकर मौर्य द्वारा कल्याण भदरसा के मौर्य का पुरवा में बनवाया गया योगी मंदिर तब चर्चा में आया जब उसने वहां योगी आदित्यनाथ की मूर्ति रख पूजा-अर्चना शुरू की। इसी दौरान उसकेचाचा रामनाथ मौर्य ने अवैध कब्जे की शिकायत किया। जिस पर तहसील प्रशासन ने प्रारंभिक जांच कराई तो भूमि कृषि विश्वविद्यालय की निकली। इसी दौरान रहस्यमय ढंग से योगी की मूर्ति भी गायब हो गई जिसका आज तक पता नहीं चला।
तहसील प्रशासन ने 12 अक्टूबर को कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों की मौजूदगी में पुनः पैमाइश कराई जिसमें दूध का दूध पानी का पानी हो गया। योगी का मंदिर कृषि विश्वविद्यालय और शनिदेव की प्रतिमा ग्राम समाज की भूमि में पाई गई। जिसके बाद अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए योगी मंदिर पर कार्रवाई तय हो गई थी। हालांकि बाढ़ के चलते एसडीएम कृषि विश्वविद्यालय को पैमाइश रिपोर्ट नहीं भेज पाए थे।
गत 17 अक्टूबर को उन्होंने पैमाइश रिपोर्ट कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन को भेज दी है। एसडीएम सोहावल मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को बताया कि रिपोर्ट भेज दी गई है, तथाकथित योगी मंदिर हटवाए जाने की कार्रवाई शीघ्र की जायेगी। उन्होंने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय की ओर से जिस दिन का निर्धारण किया जायेगा तहसील प्रशासन पुलिस बल के साथ दोनों अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा।
मंदिर बुलडोजर से ढहाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पक्का निर्माण है तो जेसीबी और बुलडोजर दोनों का इस्तेमाल किया जाता है, यह मौके की परिस्थिति पर निर्भर है। उन्होंने बताया कि अवैध कब्जा हटाने के लिए कानूनगो दयाराम वर्मा के नेतृत्व में टीम बना दी गई है। वहीं कृषि विश्वविद्यालय के सम्पत्ति अधिकारी डा सीताराम मिश्र ने बताया कि कब्जा हटाने की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की है वह जब तिथि निर्धारित करे विश्विद्यालय के अधिकारी मौके पर मौजूद रहेंगे।
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