नीतीश कुमार और ललन सिंह राजनीति के असली बहुरुपिया- सुशील मोदी

नीतीश कुमार और ललन सिंह राजनीति के असली बहुरुपिया- सुशील मोदी

पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को राजनीति का असली बहरूपिया बताया और कहा कि 25 साल में दोनों ने कितनी बार रूप बदला, यह सबको पता …

पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को राजनीति का असली बहरूपिया बताया और कहा कि 25 साल में दोनों ने कितनी बार रूप बदला, यह सबको पता है।

यह भी पढ़ें- कानून के किसी भी पहलू पर विचार करते समय अपने भीतर नारीवादी सोच करें समाहित: न्यायमूर्ति चंद्रचूड़

मोदी ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मिल कर निकाय चुनाव में अतिपिछड़ों का आरक्षण खत्म कराने वाले श्री नीतीश कुमार सबसे ब॒ड़े बहुरुपिया हैं। उन्होंने 25 साल में कितनी बार रूप बदला, यह सबको पता है।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव से अलग हो कर समता पार्टी बनायी, चारा घोटाला में उन्हें जेल भिजवाया, जंगलराज के खिलाफ न्याय यात्रा निकाली और भाजपा से दोस्ती कर वे सुशासन बाबू बन गए। उनका यह रूप 15 साल रहा।

भाजपा सांसद ने कहा कि जब महात्वाकांक्षा जगी और भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी से जलन तेज हुई, तब नीतीश कुमार पलटकर लालू प्रसाद यादव के पैर पर गिर गए। तब उन्होंने जनता परिवार और समाजवादी एकता का चोला पहन लिया था। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने फिर महादलित-उद्धारक का रूप धरा और जीतन राम मांझी को अपनी कुर्सी सौंपी।

यह रूप नौ-दस महीने के लिए था। लालू प्रसाद यादव की मदद से श्री मांझी की कुर्सी छीनने वाले भी श्री नीतीश कुमार ही थे। मोदी ने कहा कि 2024 में नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना और श्री नीतीश कुमार का श्री शिवानंद तिवारी के संन्यास आश्रम में जाना तय है। उन्होंने कहा जदयू के छोटे बहुरुपिया ललन सिंह कभी नीतीश कुमार को तानाशाह, अवसरवादी और “सबसे बड़ा ठग” कहने के कारण पार्टी से निकाले गए थे।

भाजपा नेता ने कहा कि कहा कि श्री ललन सिंह का एक रूप है जिसने श्रीमती राबड़ी देवी पर मानहानि का मुकदमा किया, आइआरसीटीसी घोटाले में सीबीआई को लालू परिवार के खिलाफ दस्तावेज उपलब्ध कराये, जांच में तेजी लाने की मानिटरिंग की और दूसरे रूप में वही व्यक्ति लालू परिवार और नीतीश कुमार का कृपापात्र बनने के लिए प्रधानमंत्री को अपशब्द कह रहा है । उन्होंने कहा कि जनता राजनीति के असली बहुरुपियों को गौर से पहचान रही है। ये लोग 2024 में चेहरा दिखाने लायक नहीं रहेंगे।

यह भी पढ़ें- देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में पांच कर्मचारियों को बर्खास्त करने के आदेश