बरेली: जर्जर सड़कों का सफर और खतरनाक, उड़ रहे धूल के गुबार

बरेली, अमृत विचार। शहर की सड़कों पर चलना अब खतरे से खाली नहीं है। सड़कें राहगीरों को दर्द दे रही हैं। जगह-जगह गहरे गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं। बारिश के बाद सड़कों पर धूल के गुबार वाहन चालक व राहगीरों को परेशान कर रहे हैं। सड़क पर गिट्टियां उखड़ी पड़ी हैं, जिससे वाहन फिसलने …
बरेली, अमृत विचार। शहर की सड़कों पर चलना अब खतरे से खाली नहीं है। सड़कें राहगीरों को दर्द दे रही हैं। जगह-जगह गहरे गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं। बारिश के बाद सड़कों पर धूल के गुबार वाहन चालक व राहगीरों को परेशान कर रहे हैं। सड़क पर गिट्टियां उखड़ी पड़ी हैं, जिससे वाहन फिसलने का डर रहता है। इसके बाद भी जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे हैं।
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चार दिनों तक लगातार बारिश हुई। बारिश के दिनों में धूल की समस्या नहीं थी, लेकिन बारिश के थमते ही सड़कों पर धूल लोगों के सफर में बाधा बनने लगी है। बारिश की वजह से सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों से बचकर निकलना लोगों के लिए टेढ़ी खीर है। अब धूल भी लोगों को परेशान कर रही है। सबसे ज्यादा दुश्वारियां सेटेलाइट से पीलीभीत मार्ग पर जाने के दाैरान हो रही हैं। इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन भी अधिक है। राहगीरों के अलावा आसपास के दुकानदार भी परेशान हैं। धूल की समस्या सिटी स्टेशन, चौपुला, पीलीभीत बाईपास के पास भी बनी हुई।
उखड़ी बजरी बढ़ा रही दर्द, हादसे की आशंका
पीलीभीत मार्ग पर बारिश के बाद बजरी उखड़ी पड़ी हुई है। यह दिक्कत सेटेलाइट से मिनी बाईपास तक बनी हुई है। बजरी की वजह से बाइक सवारों की जान सांसत में रहती है। दिन के साथ रात में तो सफर और खतरनाक हो जाता है। सेटेलाइट से नकटिया होते हुए बड़ा बाईपास तक भी इसी तरह से सड़क पर बजरी उखड़ी पड़ी है। बजरी पर बाइकाें के फिसलने का डर हर वक्त बना रहता है।
फेफड़ों के लिए घातक है धूल
सड़कों पर उड़ रही धूल से न सिर्फ आवागमन में समस्या हो रही है बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी खतरनाक है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. राहुल वाजपेयी बताते हैं कि धूल के गुबार सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक हैं। धूल के कण आंखों में पड़ने से जलन की समस्या हो सकती है। मुंह, नाक के रास्ते पेट में धूल जाने से फेफड़ों के लिए तो और भी घातक है। लोगों को धूल से बचने के लिए नाक और मुंह को ढककर चलना चाहिए।
पीलीभीत मार्ग पर धूल की वजह से बुरा हाल है, जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हें। गड्ढों के साथ ही धूल ने जीना मुहाल कर रखा है। आने-जाने में दिक्कत होती है। – विजय, दुकानदार
सुबह से शाम तक धूल उड़ती रहती है। स्थित इतनी खराब है कि सुबह दुकान खोलने पर अंदर तक धूल जमी मिलती है। – अजीत सिंह, दुकानदार
धूल का हाल न पूछिए। कार को पेंट करके खड़ी करो तो एक घंटे बाद पूरी गाड़ी पर धूल नजर आती है। सड़क खराब होने की वजह से दिक्कत है। – आसिफ, कार पेंटर्स
सुबह दुकान पर साफ सुथरे कपड़े पहनकर आते हैं। शाम को कपड़ों पर धूल ही धूल दिखती है। मुंह के अंदर धूल चली जाती है, इससे बहुत दिक्कत आती है। गड्ढे भी परेशान कर रहे हैं। – गुड्डू, कार पेंटर्स
पीलीभीत मार्ग पर गड्ढों की समस्या है। धूल की भी दिक्कत है। बारिश थमी है। जल्द ही इस समस्या को दूर करने की कोशिश की जाएगी। – नारायण सिंह, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण प्रांतीय खंड
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