नैनीताल: फिर टिक-टिक करेंगी ब्रिटिशकालीन क्लॉक टावर की घड़ियां

नैनीताल, अमृत विचार। सरोवर नगरी में ब्रिटिशकालीन क्लॉक टावर की घड़ियां एक बार फिर से दुरुस्त की जाएंगी। लंबे समय से खराब पड़ी इन घड़ियों को दुरुस्त करने के लिए डीएम ने निर्देश दिए हैं। इससे ऐतिहासिक इमारतों पर स्थापित इन क्लॉक टावर का महत्व बना रहे। इसके लिए बजट जारी कर इन्हें दुरुस्त करने …
नैनीताल, अमृत विचार। सरोवर नगरी में ब्रिटिशकालीन क्लॉक टावर की घड़ियां एक बार फिर से दुरुस्त की जाएंगी। लंबे समय से खराब पड़ी इन घड़ियों को दुरुस्त करने के लिए डीएम ने निर्देश दिए हैं। इससे ऐतिहासिक इमारतों पर स्थापित इन क्लॉक टावर का महत्व बना रहे। इसके लिए बजट जारी कर इन्हें दुरुस्त करने का काम शुरू हो गया है।
मालूम हो कि ब्रिटिशकालीन नगर के कलेक्ट्रेट, सीआरएसटी और नगर पालिका परिषद भवन में अंग्रेजों द्वारा क्लॉक टावर का निर्माण कराया गया था, जोकि उस समय नगर की प्रतीक मानी जाती थीं। लेकिन वर्तमान में देखरेख के अभाव में तीनों ही घड़ियां लंबे समय से ठप पड़ी हुई हैं। जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि तीनों घड़ियों को ठीक कराया जाएगा।
इसके लिए बरेली के एक मैकेनिक से संपर्क कर बजट भी जारी कर दिया गया है। बताया कि पहले चरण में सीआरएसटी स्कूल में स्थापित घड़ी को ठीक किया जा रहा है। उसके कई उपकरण बदले जाने हैं। इस घड़ी को ठीक करने में एक माह का समय लगेगा। इसके बाद अन्य दोनों क्लॉक टॉवर की घड़ियों की मरम्मत की जाएगी।
सीआरएसटी भवन में स्थापित की गई थी सबसे पुरानी घड़ी
क्लॉक टावर में स्थापित इन घड़ियों पर इनका स्थापना वर्ष और घड़ी बनाने वाली कंपनी का नाम अभी भी अंकित है। तीनों स्थानों पर स्थापित इन घड़ियों में से सबसे पुरानी घड़ी सीआरएसटी भवन में1850 में स्थापित की गई थी। यह घड़ी सेंट थॉमस यूएसए कंपनी की ओर से बनाई गई थी। पालिका और कलेक्ट्रेट में दोनों घड़ियां इसके बाद स्थापित की गईं।