शाहजहांपुर: मुख्यमंत्री की हत्या करने का धमकी भरा पत्र भेजने वाला गिरफ्तार

शाहजहांपुर: मुख्यमंत्री की हत्या करने का धमकी भरा पत्र भेजने वाला गिरफ्तार

शाहजहांपुर, अमृत विचार। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को जान से मारने की धमकी भरे पत्र को दूसरे के नाम से प्रेषित करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से बाइक, मोबाइल और नकदी बरामद की है। अभियुक्त ने एसपी को एक पत्र डाक से भेजा था और 14 अप्रैल को मुख्यमंत्री की हत्या करने की धमकी दी थी। अभियुक्त ने सोचा था कि दोनो व्यक्ति जेल चले जाने पर उनकी जमीन पर कब्जा हो जाएगा।

सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि एसपी कार्यालय में जन शिकायत प्रकोष्ठ में रजिस्टर्ड  एक पत्र आया था। जलालाबाद के गांव गुनारा के अजीम ने प्रार्थनापत्र भेजा था। प्रार्थना पत्र में लिखा था कि गांव गुनारा के आबिद और नफीस हैं। दोनों चचेरे भाई अपने रिश्तेदार मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद के मारे जाने का बदला लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ 10 अप्रैल को जान से मारने की धमकी देने और अपने आप को आईएसआई एजेंट बताते हुए पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी थी। पुलिस ने इस संबंध में आबिद और नफीस के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस इस मामले की विवेचना कर रही थी। विवेचना के दौरान आबिद और नफीस निवासी गुनारा जलालाबाद के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले।

विवेचना के दौरान अजीम निवासी गुनारा का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने मंगलवार की सुबह आठ बजे अभियुक्त अजीम को रामचंद्र मिशन थाना क्षेत्र में गौशाला के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान अभियुक्त अजीम ने बताया कि उसने गौशाला के पीछे एक मकान बनवाया है। उसकी पत्नी और बच्चे उसके साथ रहते है। अभियुक्त ने बताया कि वर्ष 2021 में प्रधानी की सीट के लिए फौजी की पत्नी को खड़ा किया था। उसके विपक्ष में मुशर्रफ अली की पत्नी चुनाव में खड़ी थीं। 

उसके गांव के नफीस और आबिद ने चुनाव में काफी विरोध किया था। दूसरे प्रत्याशियों को समर्थन किया था। दोनों लोगों ने उसके खिलाफ सीतापुंर में एक मुकदमा दर्ज कराया था। दोनों से वैमनसता हो गयी थी। उसने दोनों लोगों को झूठा फंसाने के लिए मन में सोच लिया था। दोनों से जमीन का विवाद भी चल रहा था। दोनों जेल चले जाएंगे और जमीन पर काबिज हो जाएगी। पुलिस ने अभियुक्त अजीम का विभिन्न धाराओं में चालान कर दिया है। टीम में निरीक्षक अपराध विनोद कुमार, उप निरीक्षक रिंकू सिंह, सूरज सिंह आदि थे।

केरुगंज डाकखाना से की थी रजिस्ट्री
अभियुक्त अजीम ने बताया कि 25 मार्च को अपने घर जलालाबाद से शाहजहांपुर आया था। केरुगंज डाकखाना से एसपी के पते से रजिस्ट्री की थी। उसने पत्र में 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को जान से मारने की धमकी का जिक्र पत्र में किया था। उसने सोचा था कि पुलिस इतनी गहराई से छानबीन नहीं करेगी। अंजीम पर पहले से चार मुकदमें दर्ज है।

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