पीलीभीत: डीएम के तेवर तल्ख, 28 बाबुओं के बदल दिए पटल
पीलीभीत, अमृत विचार। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने चार्ज संभालते ही अपने तेवरों से सभी को चौंकन्ना कर दिया है। समीक्षा बैठक में जहां विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए तो अब कलेक्ट्रेट के 28 बाबुओं के पटल में भी बदलाव कर दिया गया। इसमें तहसीलों से संबद्धीकरण को भी समाप्त कर दिया …
पीलीभीत, अमृत विचार। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने चार्ज संभालते ही अपने तेवरों से सभी को चौंकन्ना कर दिया है। समीक्षा बैठक में जहां विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए तो अब कलेक्ट्रेट के 28 बाबुओं के पटल में भी बदलाव कर दिया गया। इसमें तहसीलों से संबद्धीकरण को भी समाप्त कर दिया गया हैं। पटल परिर्वतन में उर्दू अनुवादक की नवीन तैनाती का आदेश 30 सितंबर के बाद प्रभावी करने के निर्देश दिए गए हैं।
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जिले में चार्ज लेने के बाद डीएम पुलकित खरे की ओर से बाबुओं के पटल में बदलाव किया गया था। इसमें काफी लोगों को तहसील स्तर पर संबद्धीकरण भी किया गया था। अब जब नए डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने चार्ज लिया तो सबसे पहले बाबुओं के पटल को ही देखा गया। चार्ज लेने के कारीब पांच दिन बाद ही उन्होंने मंगलवार को 28 बाबुओं के पटल में भारी बदलाव कर दिया। इसमें तहसीलों में संबद्धीकरण को भी समाप्त कर दिया गया है।
डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार द्वारा हुए परिर्वतन में संजीव सहगल प्रशासनिक अधिकारी का मुख्य राजस्व लेखाकार से संबंधी करण समाप्त किया गया है। बीसलपुर तहसील के राजस्व लेखाकार नन्हे लाल का तहसील पीलीभीत से संबद्धीकरण समाप्त किया गया है। नवल कुमार सक्सेना प्रशासनिक अधिकारी तहसील पीलीभीत का राजस्व अभिलेखागार और नाजिर सदर से संबद्धीकरण समाप्त किया गया है।
सोहन लाल पाल प्रशासनिक अधिकारी पूरनपुर को सामान्य लिपिक कलेक्ट्रेट से संबद्धीकरण किया गया। संजीव कुमार सक्सेना प्रथम सामान्य अभी लेखाकार कलेक्ट्रेट पीलीभीत का कलीनगर से संबंधी करण समाप्त किया गया है। कैलाश चंद्र राठौर मुख्य राजस्व लेखाकार का तहसील अमरिया से संबद्धीकरण समाप्त किया गया। संजय कुमार वरिष्ठ सहायक अमरिया से कलेक्ट्रेट में वेतन लिपिक के साथ नाजिर का काम देखने का आदेश है।
विनोद शर्मा नायब नाजिर पूरनपुर को राजस्व अभिलेखागार कलेक्ट्रेट पीलीभीत के साथ नजूल एवं वरिष्ठ सीलिंग लिपिक का कार्य देखेंगे। प्रतिभा सक्सेना को भूमि अवाप्ति लिपिक के साथ सामान्य अभिलेखागारकी जिम्मेदारी दी गई है। सीताराम वरिष्ठ लिपिक सीलिंग को राजस्व लिपिक का काम भी देखेंगे। मेराज अहमद को अपर जिलाधिकारी न्यायिक के पेशकार कार्यालय से संबंधी करण किया गया है साथ ही सामान्य लिपिक का कार्य भी दिया गया है।
छेदा लाल राजस्व लिपिक पीलीभीत को नाजिर सदर कलेक्ट्रेट बनाया गया है। राजपाल शस्त्र लिपिक द्वितीय को आशुलिपिक सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय से संबद्धीकरण गया है। राकेश कुमार राजस्व लिपिक बीसलपुर को वरिष्ठ सहायक तहसील अमरिया भेजा गया। नरेश चंद्र वीडर तहसील अमरिया को वरिष्ठ सहायक बनाया गया। इंद्रजीत सहायक राजस्व लेखाकार पूरनपुर को सहायक राजस्व लेखाकार वरिष्ठ सहायक बनाया गया है।
कांता प्रसाद साहूकारा अतिरिक्त कार्य खनन पटल को शस्त्र लिपिक द्वितीय बनाया गया। रमेश कुमार भारती को सहायक राजस्व लेखाकार तहसील सदर को राजस्व लिपिक पूरनपुर बनाया गया है। लालता प्रसाद सहायक राजस्व लेखाकार तहसील को सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय में तैनाती दी गई है।
अमित सक्सेना स्टांप लिपिक संबद्धीकरण डीएफआरसी को फौजदारी अहलमद, न्यायालय उप जिला मजिस्ट्रेट बनाया गया। अश्वनी कुमार राजा फौजदारी अहलमद संबद्धीकरण आशुलिपिक एसडीएम सदर को डीएफआरसी। इसके साथ ही नसीम अहमद उर्दू अनुवादक को प्रबंधक राजस्व अभिलेखागार बनाया गया। इनका आदेश 30 सितंबर के बाद प्रभावी करने के निर्देश है। एक साथ इतने बड़े पैमाने पर पटल परिर्वतन से कर्मियों में हड़कंप मचा रहा।
पूर्व डीएम ने भी बदले थे कलेक्ट्रेट सहित अन्य विभागों के बाबुओं के पटल
तत्कालीन डीएम पुलकित खरे ने यहां आने के बाद सबसे पहले विकाश भवन के मनरेगा के तहत लगे बाबुओ के पटलों में बदलाव किया था। इसके बाद अन्य पटल पर जमे लोगों को इधर से उधर किया था। फिर राजस्व विभाग में लेखपालों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया। इसके बाद कलेक्ट्रेट के बाबुओं को इधर से उधर भेजा गया था। एक बार फिर बदलाव तो किया गया लेकिन एक पटल पर कई साल से जमे बाबू अभी इससे दूर ही रहे हैं।
लिपिकों के पटल में परिर्वतन किया गया है ताकि काम बेहतर ढंग और समय से हो सके। इसमें संबद्धीकरण को समाप्त कर दिया गया है। इससे काम प्रभावित हो रहा था—प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम।
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