बरेली: ‘आठ हजार खर्चा करता हूं, पूरा राशन कहां से दूं’
बरेली। राशन माफिया कोरोना काल में भी गरीबों के राशन पर खुलेआम डाका डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका उदाहरण एक गांव के कोटेदार के वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है। वीडियो में ग्रामीण जब कोटोदार से कम राशन देने की शिकायत करते हैं तो गुस्साए कोटेदार ने ग्रामीणों से कहा …
बरेली। राशन माफिया कोरोना काल में भी गरीबों के राशन पर खुलेआम डाका डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका उदाहरण एक गांव के कोटेदार के वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है। वीडियो में ग्रामीण जब कोटोदार से कम राशन देने की शिकायत करते हैं तो गुस्साए कोटेदार ने ग्रामीणों से कहा कि वह आठ हजार रुपए खर्च करता है, पूरा राशन नहीं देगा। मामला आंवला के रामनगर का है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोटेदार प्रति यूनिट एक किलो कम राशन देता है और पिछले महीने में चने का वितरण भी नहीं किया। कोटेदार के भ्रष्टाचार का वीडियो वायरल होने के वावजूद सरकारी तंत्र ने अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
थानाक्षेत्र के गांव गुरूवा में इस समय राशन वितरण चल रहा है, जिसमे गरीबों को गेहूं, चावल दिए जा रहे है। गांव के ही सुनील पाल, अमरपाल, सुरेश, विकास, बुद्धसेन, शेर सिंह, मुंशी लाल ने बताया कि जब वह राशन लेने गए, तो कोटेदार ने प्रति यूनिट एक किलो राशन कम दिया। लोगो ने जब कोटेदार से कहा कि पिछले महीने चने भी नही बांटें और राशन भी पूरा नहीं दे रहे हो।
इस पर कोटेदार ने कार्ड धारकों को धमकाया कि आठ हजार खर्चा करता हूं, पूरा राशन कहां से दे दूंगा। कोटेदार का कहना है कि राशन लाने में मजदूरों आदि का खर्चा होता है इसलिए पूरा राशन दिया जाना संभव नही है। जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत करने के कहा तो कोटेदार ने कहा कि जहां चाहो शिकायत करो मैने जो खर्च किया है वह इसी से निकालूंगा।
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ भी कहने पर वह गाली गलौज करने के साथ झगड़ा करने पर उतारू हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले में जब आंवला के आपूर्ति निरीक्षक से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठता है। कई बार लगाया जाता है तो वह फोन स्विच ऑफ कर लेते हैं।
“वीडियो वायरल हो रहा है इसका पता चला है। जांच करा रहे है दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जायेगी।”
– कमलेश कुमार सिंह, एसडीएम आंवला