देवघर एयरपोर्ट सुरक्षा मामला: BJP सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत 9 पर FIR दर्ज
देवघर। भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों, सांसद मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ झारखंड पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। ये केस दर्ज झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक के मामले में किया गया है। झारखंड पुलिस के मुताबिक सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों, सांसद मनोज तिवारी, …
देवघर। भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों, सांसद मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ झारखंड पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। ये केस दर्ज झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक के मामले में किया गया है। झारखंड पुलिस के मुताबिक सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों, सांसद मनोज तिवारी, देवघर हवाई अड्डे के निदेशक और अन्य के खिलाफ कथित तौर पर देवघर से टेक-ऑफ के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जबरन मंजूरी लेने के लिए प्राथमिकी दर्ज की है।
बताया जा रहा है कि कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी उस वक्त दुमका हत्याकांड की पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मिलने जा रहे थे। वहीं निशिकांत दुबे ने देवघर डीसी के खिलाफ उनके काम में बाधा डालने के आरोप में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी।
कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने कहा, दोनों सांसदों, निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी और हवाई अड्डे के निदेशक सहित नौ लोगों पर आईपीसी की धारा 336 (दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य), 447 (आपराधिक अतिचार के लिए सजा), 448 (घर के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
देवघर डीसी ने प्रधान सचिव, कैबिनेट-समन्वय (नागरिक उड्डयन), झारखंड को दो सितंबर को लिखे पत्र में पूरा मामला बताते हुए बताया कि विमान में सवार होने के बाद पायलट विमान से बाहर आया और एटीसी की ओर चलने लगा।
क्या है पूरा मामला?
सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद की शिकायत पर 1 सितंबर को कुंडा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें कहा गया था कि उक्त व्यक्तियों ने एटीसी कक्ष में प्रवेश करके सभी ‘सुरक्षा मानकों’ का उल्लंघन किया और अधिकारियों पर टेक-ऑफ करने के लिए दबाव डाला। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत कुछ लोग चार्टर्ड विमान से देवघर हवाईअड्डे पर पहुंचे, जो अभी तक पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) में जबरन एंट्री की। देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने दावा किया कि विमान का पायलट मंजूरी के लिए दबाव बना रहा था। जबकि 31 अगस्त को देवघर एयरपोर्ट पर कोई ‘नाइट टेक-ऑफ या लैंडिंग सुविधा’ नहीं थी।
मुद्दा अंकिता की निर्मम हत्या है,उसके परिवार से मिलने हम@ManojTiwariMP @KapilMishra_IND क्या गए@HemantSorenJMM जी आप इतना बौखला गए,पूरा पेड सिस्टम व हसैडी अधिकारी गाली देने लगे ।अंकिता व झारखंड के इस्लामी करण से त्रस्त परिवार के इंसाफ़ की लड़ाई केस मुक़दमे से बंद नहीं होगी
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 3, 2022
1.) I took the necessary permission from the Airport authorities.
2.) As Chairman of the Airport Advisory Committee, I have the right to inspect.
3.) I am in High Court fighting a case for your delay in facilitating night landing facilities. You are in contempt of court. https://t.co/V0AnPcEFcx— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
‘The CCTV information sought by the appellant is not available with the CISF/ state police Moreover, CISF/ state police is not the holder of the information and is entrusted only for providing security cover at the Airport’.
-Supreme Court.
You breached national security https://t.co/mIrm1SEn7o— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
क्या बोले निशिकांत दुबे?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए निशिकांत दुबे ने शनिवार को कहा कि सीएम इतने हैरान हैं कि उन्होंने दुमका की लड़की की हत्या के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए पूरी प्रणाली को तैनात कर दी है। निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया, मुद्दा लड़की (लड़की का नाम) की निर्मम हत्या है। उसके परिवार से मिलने हम और मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा क्या गए, हेमंत सोरेन जी आप इतना बौखला गए,पूरा पेड सिस्टम व हसैडी अधिकारी गाली देने लगे। दुमका की लड़की व झारखंड के इस्लामी करण से त्रस्त परिवार के इंसाफ की लड़ाई केस मुकदमे से बंद नहीं होगी। हेमंत सरकार द्वारा फर्जी केस करना सरासर गलत है,अच्छा होता सरकार हत्यारों पर यह कार्रवाई करती।
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