मुरादाबाद : मध्याह्न भोजन वितरण की सच्चाई परखेंगे अधिकारी
मुरादाबाद, अमृत विचार। पीएम पोषण (मध्याह्न भोजन योजना) के अन्तर्गत कोविड संक्रमण काल में स्कूल बंद रहने के दौरान खाद्य सुरक्षा भत्ता वितरण का स्थलीय सत्यापन किया जाएगा। इसके माध्यम से शिक्षाधिकारी भोजन या धनराशि वितरण की हकीकत परखेंगे। हर अधिकारी कम से कम 10-10 अभिभावकों से मिलकर राशन और रुपये मिलने का सत्यापन करेंगे। …
मुरादाबाद, अमृत विचार। पीएम पोषण (मध्याह्न भोजन योजना) के अन्तर्गत कोविड संक्रमण काल में स्कूल बंद रहने के दौरान खाद्य सुरक्षा भत्ता वितरण का स्थलीय सत्यापन किया जाएगा। इसके माध्यम से शिक्षाधिकारी भोजन या धनराशि वितरण की हकीकत परखेंगे। हर अधिकारी कम से कम 10-10 अभिभावकों से मिलकर राशन और रुपये मिलने का सत्यापन करेंगे।
पीएम पोषण योजना
घर-घर जाकर अभिभावकों से खाद्यान्न मिलने की जानकारी करेंगे अधिकारी
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने एडी बेसिक, डीआईओएस बीएसए को दिए निर्देश
महानिदेशक स्कूल शिक्षा (बेसिक) व मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के निदेशक ने प्रदेश के सभी एडी बेसिक, डीआईओएस, बीएसए को आदेश दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि शासन के आदेश 4 अक्टूबर 2021 और 25 फरवरी 2022 के अनुसार कोविड संक्रमण काल में स्कूलों की बंदी की अवधि में बच्चों को भूखे पेट न रहना पड़े, इसके लिए खाद्यान्न और तय धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजी गई थी।
इसका सत्यापन कर ई मेल के माध्यम से 10 सितंबर तक पूरी रिपोर्ट भेजे जाने के निर्देश दिए हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बुद्ध प्रिय सिंह का कहना है कि निदेशक मध्याह्न भोजन प्राधिकरण का आदेश मिला है। इस क्रम में सत्यापन कर 10 सितंबर तक रिपोर्ट भेजेंगे।
प्राथमिक स्तर पर इनका होगा सत्यापन
- 94 दिन के लिए खाद्यान्न में 9 किलो 400 ग्राम जिसमें 3 किलो 200 ग्राम गेहूं और 6 किलो 200 ग्राम चावल कोटेदार के माध्यम से बांटा जाना था। यह मिला कि नहीं की इसकी जांच की जाएगी।
- 28 दिन के लिए परिवर्तन लागत के 636 रुपये धनराशि बच्चों के अभिभावकों के बैंक खातों में पहुंची या नहीं।
- अध्यापकों के द्वारा दिए गए सहयोग से अभिभावक संतुष्ट हैं या नहीं।
उच्च प्राथमिक स्तर पर इनकी होगी जांच
- 87 दिन के लिए 13.05 किलोग्राम खाद्यान्न जिसमें 4 किलो 350 ग्राम गेहूं और 8 किलो 700 किग्रा चावल कोटेदार के माध्यम से वितरित किया गया है या नहीं।
- 121 दिन के लिए परिवर्तन लागत की धनराशि 901 रुपये अभिभावकों के बैंक खातों पहुंची या नहीं।
- अध्यापकों के सहयोग से संतुष्ट होने या न होने की स्थिति।
ये अधिकारी करेंगे सत्यापन
- मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक।
- जिला विद्यालय निरीक्षक।
- जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
- प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट)।
- खंड शिक्षाधिकारी और मंडलीय एवं जनपद समन्वयक।
निरीक्षणकर्ता भरेंगे अलग प्रपत्र
सत्यापन अधिकारी द्वारा जो निरीक्षण किया जाएगा वह सभी अलग-अलग प्रपत्र भरेंगे। इस पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक का हस्ताक्षर होना जरूरी है।
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