नैंसी पेलोसी की यात्रा से गदगद कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी की अपील- ओम बिरला भी जाएं ताइवान

नई दिल्ली। ताइवानी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेज़ेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान पहुंचने के बीच उसके एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन ज़ोन (एडीआईज़ेड) में 21 चीनी सैन्य विमान घुसे। ताइवान का एडीआईज़ेड उसके टेरिटोरियल हवाई क्षेत्र से बहुत बड़ा क्षेत्र है। गौरतलब है, पेलोसी मंगलवार शाम ताइवान पहुंचीं और चीन ने उनकी …
नई दिल्ली। ताइवानी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेज़ेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान पहुंचने के बीच उसके एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन ज़ोन (एडीआईज़ेड) में 21 चीनी सैन्य विमान घुसे। ताइवान का एडीआईज़ेड उसके टेरिटोरियल हवाई क्षेत्र से बहुत बड़ा क्षेत्र है। गौरतलब है, पेलोसी मंगलवार शाम ताइवान पहुंचीं और चीन ने उनकी यात्रा को ‘बहुत खतरनाक’ बताया है।
21 PLA aircraft (J-11*8, J-16*10, KJ-500 AEW&C, Y-9 EW and Y-8 ELINT) entered #Taiwan’s southwest ADIZ on August 2, 2022. Please check our official website for more information: https://t.co/F5Qf2OVXao pic.twitter.com/1EJEdsDQGM
— 國防部 Ministry of National Defense, R.O.C. ?? (@MoNDefense) August 2, 2022
वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान पहुंचने का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भी ताइवान का दौरा करना चाहिए। पेलोसी की ताइवान यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कांग्रेस सांसद ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इस दावे पर प्रकाश डाला कि कांग्रेस सरकार की सह-समान शाखा है, जिसका अर्थ है कि नैन्सी की यात्रा पर कार्यकारी का बहुत कम नियंत्रण है।
Speaker @SpeakerPelosi ‘s visit to Taiwan is historic . As President @JoeBiden told Xi Jing Ping Congress is a co equal branch of Govt similarly an Indian Parlimentary delegation led by Speaker @ombirlakota should also explore a visit to Taiwan@TWIndia2 https://t.co/HbbeH719m6
— Manish Tewari (@ManishTewari) August 3, 2022
मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा, स्पीकर पेलोसी की ताइवान यात्रा ऐतिहासिक है। जैसा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शी जिंगपिंग को बताया कि कांग्रेस सरकार की एक समान शाखा है, उसी तरह अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भी ताइवान की यात्रा करनी चाहिए।
तिवारी ने कहा, यह न केवल पेलोसी बल्कि तीन अमेरिकी लड़ाकू विमानों की भी ताइवान यात्रा है। यूएसएस रोनाल्ड रीगन, यूएसएस त्रिपोली और यूएसएस अमेरिका भी ताइवान के आसपास के क्षेत्र में हैं। 1995 के बाद से अमेरिका द्वारा सबसे गंभीर शक्ति प्रक्षेपण है, जब अमेरिकी वाहक ताइवान स्ट्रेट्स के माध्यम से रवाना हुए। इंडो-पैसिफिक में तनाव बढ़ रहा है।
It is not only @SpeakerPelosi but 03 US carrier battle groups namely aircraft carrier’s USS Ronald Reagan, USS Tripoli & USS America also in vicinity of Taiwan.Most serious power projection by US since 1995 when US carriers sailed thru Taiwan Straits.
Indo-Pacific heating up. pic.twitter.com/unq3rWs59v— Manish Tewari (@ManishTewari) August 3, 2022
पेलोसी मंगलवार देर रात ताइवान पहुंची। चीन इससे आगबबूला हो चुका है। उसने तुरंत घोषणा की कि वह जवाबी कार्रवाई में सैन्य युद्धाभ्यास करेगा। पेलोसी की यात्रा ने चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा दिया क्योंकि बीजिंग ताइवान को अपनी एक-चीन नीति के तहत अपने क्षेत्र के हिस्से के रूप में दावा करता है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने जोर देकर कहा कि पेलोसी की ताइवान यात्रा चीनी संप्रभुता या अमेरिका की लंबे समय से चली आ रही “एक-चीन” नीति का उल्लंघन नहीं है।
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