बरेली: मंकी पॉक्स को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट, कोविड हॉस्पिटल में बनाया गया वॉर्ड

बरेली: मंकी पॉक्स को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट, कोविड हॉस्पिटल में बनाया गया वॉर्ड

बरेली,अमृत विचार। यूपी के बरेली जिले में मंकी पॉक्स को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। स्वास्थ विभाग ने मंकी पॉक्स से निपटने के लिए कोविड हॉस्पिटल में एक वॉर्ड भी बनाया है। अगर मंकी पॉक्स का संदिग्ध मरीज पाया जाता है तो उसको वॉर्ड में रखकर सैंपलिंग लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। …

बरेली,अमृत विचार। यूपी के बरेली जिले में मंकी पॉक्स को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। स्वास्थ विभाग ने मंकी पॉक्स से निपटने के लिए कोविड हॉस्पिटल में एक वॉर्ड भी बनाया है। अगर मंकी पॉक्स का संदिग्ध मरीज पाया जाता है तो उसको वॉर्ड में रखकर सैंपलिंग लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा।

बरेली सीएसमो डॉ. बलवीर सिंह ने बताया कि जिले में अभी मंकी पॉक्स का कोई भी मरीज नहीं है। फिर भी, एहतियातन कोविड अस्पताल में मंकी पॉक्स से निपटने के लिए तैयारी कर ली गई है। एक इमरजेंसी वॉर्ड बना दिया गया है। अभी जिले में ऐसा कोई केस नहीं मिला है। बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है।

क्या है मंकी पॉक्स?
मंकीपाक्स वायरस एक मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। 1958 में यह पहली बार शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। इस वायरस का पहला मामला 1970 में रिपोर्ट किया गया है। मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में यह रोग में होता है।

मंकी पॉक्स के लक्षण
बार-बार तेज बुखार आना।
पीठ और मांसपेशियों में दर्द।
त्वचा पर दानें और चकते पड़ना।
खुजली की समस्या होना।
शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती आना।
मंकीपाक्स वायरस की शुरुआत चेहरे से होती है।
संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है।
चेहरे से लेकर बाजुओं, पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों पर रैशेस होना।
गला खराब होना और बार-बार खांसी आना।

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