बरेली: जिले में फैला अफ्रीकन स्वाइन फीवर, पशुपालन विभाग बेखबर

बरेली: जिले में फैला अफ्रीकन स्वाइन फीवर, पशुपालन विभाग बेखबर

 बरेली, अमृत विचार। जांच में शूकरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि होने के बाद शूकर पालकों में हड़कंप मचा हुआ है। जबकि पशुपालन विभाग इससे बेखबर हैं। अधिकारियों के अनुसार कानपुर व लखनऊ में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल, बरेली में ऐसा कोई मामला अभी संज्ञान में नहीं है। वहीं, आईवीआरआई …

 बरेली, अमृत विचार। जांच में शूकरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि होने के बाद शूकर पालकों में हड़कंप मचा हुआ है। जबकि पशुपालन विभाग इससे बेखबर हैं। अधिकारियों के अनुसार कानपुर व लखनऊ में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल, बरेली में ऐसा कोई मामला अभी संज्ञान में नहीं है। वहीं, आईवीआरआई प्रशासन के अनुसार पशु मालिक ने संस्थान से जांच का अनुरोध किया था। जिसकी जांच रिपोर्ट पशु मालिक को दे दी गई।

एक सप्ताह में रिठौरा के शूकर पालक के 20 शूकरों की मौत हो चुकी है। बीते दिन मृत शूकरों की जांच आईवीआरआई में की गई थी। जांच में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई थी। हालांकि, शूकर पालक ने विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार बीमार शूकरों को आइसोलेट कर दिया। वहीं, मृत शूकरों को चूना, नमक के साथ फार्म से दूर जमीन में दफना दिया।

पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार करीब 20 से अधिक पालक शूकर पालते हैं। जिले में हुए सर्वे के अनुसार कुल 4695 शूकर मौजूद हैं। हालांकि, यहां से आसाम व अन्य राज्यों में शूकर की सप्लाई की जाती है। इस संबंध में सीवीओ ललित कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में अभी तक किसी भी शूकर के अफ्रीकन स्वाइन फीवर से मरने की सूचना नहीं प्राप्त हुई है। ऐसा होने पर संक्रमित पशुओं की जांच के साथ ही कंटेनमेंट किया जाएगा।

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