पीलीभीत: बंच केबिल की लाइन जली, कई जगह टूटे तार, मचा हाहाकार
पीलीभीत, अमृत विचार। जर्जर संसाधनों की वजह से बिजली कटौती बरकरार है। रविवार रात को भी कई जगह खराबियां आईं। मुख्य बाजार में बंच केबिल की लाइन जल गई तो अन्य जगह तारों में फाल्ट हुए। जिसके बाद आधे शहर की सप्लाई गड़बड़ाई रही। उपभोक्ता रात भर बिना बिजली के दुखी हुए। उधर, पावर कॉरपोरेशन …
पीलीभीत, अमृत विचार। जर्जर संसाधनों की वजह से बिजली कटौती बरकरार है। रविवार रात को भी कई जगह खराबियां आईं। मुख्य बाजार में बंच केबिल की लाइन जल गई तो अन्य जगह तारों में फाल्ट हुए। जिसके बाद आधे शहर की सप्लाई गड़बड़ाई रही। उपभोक्ता रात भर बिना बिजली के दुखी हुए। उधर, पावर कॉरपोरेशन की टीमें दौड़ती रही। आधी रात के बाद सप्लाई चालू कर दी गई। मगर, उसके बाद भी बिजली की आंखमिचौली ने दूसरे दिन परेशान कर दिया। आए दिन की कटौती से उपभोक्ता बेहाल हो चुके हैं। इस बदतर व्यवस्था पर खासा रोष पनप रहा है।
सावन माह शुरू हो चुका है। मगर, मानसून की दस्तक अभी तक तराई में नहीं दिख रही। भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उसके पार पहुंच रहा है। ऊपर से बिजली की कटौती नहीं थम रही। रविवार को दिन भर बिजली की मारामारी रही। उसके बाद रात को भी कटौती से हाहाकार मचा रहा। पहले चावला चौराहा पर एक फेस बंद रहा। इस दिक्कत का समाधान कराया जाता, उससे पहले ही बंच केबिल की लाइन जल गई। जिससे आसपास के सैकड़ों घरों की बिजली गुल हो गई।
आवास विकास कॉलोनी में कई जगह तारों में फाल्ट हो गए। अग्रवाल सभा, मोहल्ला आसफजान, डोरीलाल, साहूकारा समेत आसपास के इलाकों में भी बिजली देर रात तक नहीं आई। मोहल्ला खकरा, डालचंद में छिटपुट फाल्ट होने के चलते बिजली गुल रही। जिसका सुधार कराकर सप्लाई चालू तो आधी रात करा दी गई। मगर, आवास विकास कालोनी का एक हिस्सा फिर भी अंधेरे में डूबा रहा। लाल रोड पर लो-वोल्टेज की दिक्कत ने उपभोक्ताओं को रुलाया।
चावला चौराहा पर जली लाइन का सुधार करने में काफी समय बीत गया। जैसे ही यहां की सप्लाई चालू की गई, दोबारा फाल्ट हो गया। फिर मददे की पुलिया और उसके आसपास के घरों में बिजली गुल हो गई। इन सब का सुधार कराकर जैसे-तैसे सप्लाई चालू की गई। मगर, सोमवार सुबह फिर से आधे शहर की सप्लाई ठप पड़ गई। इसकी सूचना मिलने पर जेई जहांगीर आलम टीमें भेजकर सुधार कराने में जुटे रहे। दोपहर बाद भी बिजली की आंख मिचौली बनी रही।
ये भी पढ़ें- पीलीभीत: गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में सत्संग का हुआ आयोजन